ओबीसी आरक्षण ने बदले लालकुआं नगर पंचायत के सियासी समीकरण

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ओबीसी आरक्षण ने बदले लालकुआं नगर पंचायत के सियासी समीकरण

लालकुआं। नगर पंचायत लालकुआं का अध्यक्ष पद ओबीसी वर्ग की महिला के लिए आरक्षित होने के बाद से यहां सारे सियासी समीकरण बदल गए हैं।


उत्तराखंड में निकाय चुनाव में आरक्षण की घोषणा के बाद से चुनाव को लेकर लालकुआं नगर का राजनीतिक तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है। अध्यक्ष सीट ओबीसी वर्ग की महिला के लिए आरक्षित होने के बाद भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों में नए दावेदारों ने अपनी दावेदारी पेश की है। हालांकि ओबीसी आरक्षित सीट पर बड़ी पेचीदगी भी देखने को मिल रही है। वो इसलिए कि ओबीसी वर्ग के दावेदारों के नाम भाजपा हो या कांग्रेस दोनों को ढूंढने में कशमकश जैसी स्थिति से गुजरना पड़ सकता है। नामों पर कयास और अटकलों का दौर सियासी गलियारों में जारी रहा है। वहीं इस पूरे राजनीतिक परिदृश्य से भाजपा और कांग्रेस के प्रमुख चेहरे साइलेंट मोड में हैं। जिन चेहरों पर राजनीतिक चर्चा इस आरक्षण की सूची से पहले की जाती थी अब उनके नाम सिरे से ही गायब हो गए हैं।
हालांकि आरक्षण की यह सूची अनंतिम है, लेकिन फिर भी जो नए समीकरण बन रहे हैं उन पर अटकलें सबसे ज्यादा हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि आरक्षण के प्रभाव से लालकुआं नगर की राजनीति को नई दिशा मिल सकती है और इसके चलते पार्टी को अपनी चुनावी रणनीति में बदलाव करना पड़ सकता है। भाजपा और कांग्रेस दोनों को यह ध्यान में रखना होगा कि किस तरह से वे अपने-अपने समर्थकों को लामबंद कर पायेंगे और किस उम्मीदवार के माध्यम से ओबीसी वर्ग में अधिक से अधिक समर्थन हासिल कर सकते हैं।

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कुल मिलाकर नगर पंचायत चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए आरक्षित सीट पर दावेदारों की संख्या एकाएक बढ़ गई है और लगभग आधा दर्जन से अधिक संभावित प्रत्याशियों के नाम सामने आ चुके हैं। अब इस चुनावी मुकाबले में कौन किसे पछाड़ेगा यह देखना दिलचस्प होगा।

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इस बीच दावेदारों की बात करें तो भाजपा की ओर से नगर पंचायत की पूर्व महिला सभासद ने अपनी दावेदारी पेश की है। जबकि कांग्रेस से पत्रकार मुकेश कुमार की पत्नी शिल्पी देवी का नाम उभर कर सामने आया है।


इधर नगर पंचायत का अध्यक्ष पद ओबीसी वर्ग की महिला के लिए आरक्षित किए जाने के बाद अब तक आधा दर्जन से अधिक नाम सामने आ रहे हैं। जिनमें समाजसेवी अजय चौधरी की पत्नी रितु चौधरी, ट्रांसपोर्ट व्यवसायी राकेश गुप्ता की पत्नी दिव्या गुप्ता और मनोज मौर्या की पत्नी शामिल हैं। इसके अलावा पत्रकार ऐजाज हुसैन के परिवार की महिला के भी चुनाव मैदान में उतरने की चर्चा है।

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बहरहाल लालकुआं नगर पंचायत अध्यक्ष पद ओबीसी महिला के लिए आरक्षित होने के बाद यहां सारे चुनावी समीकरण बदल गए हैं। फिलहाल कांग्रेस, भाजपा और निर्दलीयों के त्रिकोणीय या चर्तुकोणीय संघर्ष होने की उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि अभी पूरी तरह से चुनावी तस्वीर साफ होने में कुछ वक्त लगेगा। लेकिन आम वोटर की मानें तो वे इस बार किसी दल विशेष के बजाए लोगों के लिए काम करने वाले प्रत्याशी को ही चुनने का काम करेंगे।।