पुलिस ने किया नंदी हत्याकांड का खुलासा, बीड़ी का बंडल उधार ना देना बना हत्या की वजह

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पुलिस ने किया नंदी हत्याकांड का खुलासा, बीड़ी का बंडल उधार ना देना बना हत्या की वजह

हल्द्वानी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल पंकज भट्ट ने गोरापड़ाव में हुए नंदी देवी हत्याकांड का आज खुलासा किया। हत्याकांड के खुलासे को लेकर कई तेजतर्रार पुलिसकर्मियों की टीमें लगाई थी। हत्यारे तक पहुंचने के लिए पुलिस को काफी मेहनत करनी पड़ी। घटना स्थल के आसपास सीसीटीवी न होना पुलिस के लिए चुनौती बन गया। आखिरकार 12 दिन बीत जाने के के बाद पुलिस ने नंदी देवी के हत्यारे तक पहुंच ही गई। नंदी देवी का हत्यारा कोई और नहीं बल्कि उसी के पड़ोस में रहने वाला किरायेदार निकला। आरोपी द्वारा गिरवी रखा नंदी देवी का मोबाइल हत्यारे तक पहुंचने का जरिया बन गया।

बताते चलें कि विगत 5 मई को गौरापड़ाव हैड़ागज्जर स्थित नंदी देवी की उसी के घर में हत्यारे ने दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर कई सबूत जुटाये। लेकिन पुलिस हत्यारे तक पहुंचने में नाकाम रही। हत्याकांड के खुलासे के लिए पुलिस द्वारा कई संदिग्धों से पूछताछ की गई। हत्याकांड की रात पड़ोस में हुई बर्थडे पार्टी में शामिल लड़कों से भी पूछताछ की गई लेकिन पुलिस के हाथ कोई अहम सुराग नहीं लगा। पुलिस हत्याकांड खुलासे के लिए लगातार प्रयास कर रही थी इसी बीच मृतका का गायब मोबाइल किसी स्थानीय व्यक्ति के पास मिला। इसके बाद मोबाइल गिरवी रखने वाले व्यक्ति के सम्बन्ध में कई लोगों से जांच करने पर उक्त व्यक्ति का नाम मनोज पुरी निवासी नवाबगंज बरेली उत्तर प्रदेश ज्ञात हुआ कि उक्त व्यक्ति मृतका के पड़ोस के ही एक स्थानीय व्यक्ति के मकान में किराये में अकेले निवास करता है तथा गौला में रेता, बजरी भरने का कार्य करता है।
मनोज पुरी को तलाश करने पर वह घर से गायब मिला जिसकी तलाश हेतु मुखबिर लगाए गए। जहां आज 17 मई को मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने मनोज पुरी पुत्र शंकर निवासी हररपुर मटकली तहसील नवाबगंज थाना हाफिजगंज जिला बरेली यूपी को डिबेर तिराहा गोरापड़ाव से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस पूछताछ में हत्यारोपी ने बताया कि वह पड़ोस में रहने वाली नंदी आंटी के यहां बीड़ी लेने गया था लेकिन उसके पास पैसे खुले नहीं थे, ऐसे में उसने बीड़ी उधार मांगी, लेकिन नंदी देवी ने उसे अपशब्द कहते हुए बीड़ी नहीं दी यह बात उसे चुभ गई। इसके बाद वह कमरे में गया और उसने नंदी देवी को ठिकाने लगाने की योजना बना ली है। देर रात सभी लोगों के सो जाने के बाद अपने कमरे से बाहर निकला। वह नंदी देवी के घर के सामने छुप गया और दरवाजे खुलने का इंतजार करता रहा। जैसे ही नंदी देवी ने दरवाजा खोला तो उसने नंदी देवी के सिर पर हथौड़े से वार कर दिया। जिससे नंदी देवी अंदर की ओर गिर गई। उसके बाद वह नंदी देवी पर लगातार वार करता रहा। फिर उसने दुपट्टे से नंदी देवी का गला घोट दिया और उसे खींचकर बाथरूम में ले गया। जहां उसका सिर टब में डुबो दिया इसके बाद वह नंदी के घर में गया। जहां से उसने बैग, कपड़े, नकदी और मोबाइल लिए और फरार हो गया। अगले दिन वह गौला गेट पर जुआ खेलते हुए पैसे हार गया और मोबाइल उसने गिरवी रख दिया। इसके बाद वह अपने घर चला गया। लेकिन गिरवी रखा गया मोबाइल पुलिस को हत्यारे तक पहुंचाने में कामयाब रहा।
गिरफ्तारी टीम में हरेन्द्र चौधरी प्रभारी निरीक्षक कोतवाली, नीरज भाकुनी थानाध्यक्ष बनभूलपुरा, प्रमोद पाठक थानाध्यक्ष काठगोदाम, नन्दन सिंह रावत थानाध्यक्ष कालाढूंगी, विजय मेहता एसएसआई हल्द्वानी, राजवीर सिंह नेगी प्रभारी एसओजी, उनि. दिनेश जोशी चौकी प्रभारी राजपुरा, उनि. जगदीप नेगी चौकी प्रभारी मंगलपडाव, उनि. गुलाब सिंह चौकी प्रभारी मण्डी, उनि. पंकज जोशी चौकी प्रभारी टीपीनगर, हे.कानि. कुन्दन कठायत एसओजी, हे.कानि. त्रिलोक रौतेला एसओजी, हे.कानि. इसरार नवी एसओजी, कानि. अशोक रावत एसओजी, कानि. अनिल गिरी एसओजी, कानि. अरूण रौठोर कोतवाली हल्द्वानी, कानि. बंशीधर जोशी कोतवाली हल्द्वानी, कानि. अनिल टम्टा कोतवाली हल्द्वानी, कानि. घनश्याम सिंह रौतेला कोतवाली हल्द्वानी शामिल थे।
वहीं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल पंकज भट्ट ने पुलिस टीम को 5000 रुपये का नगद इनाम देने की घोषणा की है।