यहां थाने में युवक ने लगाई फांसी, देर रात लोगों ने किया जमकर बवाल
यहां थाने में युवक ने लगाई फांसी, देर रात लोगों ने किया जमकर बवाल
बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में तनाव की स्थिति बन गई है। थाने में एक युवक के फांसी लगाए जाने के बाद आक्रोशित भीड़ ने थाने में पथराव कर दिया। लोगों को भगाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया है। फिलहाल पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।
पुलिस कस्टडी में युवक की मौत के बाद बलरामपुर थाने में लोगों की भीड़ ने हमला बोल दिया। देर रात तक हंगामे के बाद थाने और एसपी कार्यालय के सामने एनएच पर चक्काजाम कर प्रदर्शन कर रहे लोगों की भीड़ को पुलिस ने हटाया। एसपी ने बलरामपुर थाना प्रभारी और आरक्षक को सस्पेंड कर दिया है। शहर में भारी पुलिस बल तैनात है।
वहीं घटना पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर गृहमंत्री को हटाने की मांग की है। इधर मृतक गुरुचरण मंडल के पिता शांति राम ने आरोप लगाया कि टीआई और एसपी साहब तीन दिनों से गुरुचरण से मारपीट कर रहे थे। इसलिए उसने फांसी लगा ली। हांलाकि पुलिस ने इन आरोपों को खारिज किया है।
बलरामपुर थाने में गुरूवार को पूछताछ के लिए बुलाए गए स्वास्थ्य विभाग के प्यून गुरूचरण मंडल उम्र 30 वर्ष ने लॉकअप के बाथरूम में फांसी लगा ली। थाने में गुरूचरण मंडल की मौत की सूचना लोगों को शाम को मिली तो हंगामा मच गया। लोगों ने थाने का घेराव कर जमकर हंगामा करते हुए थाने और पुलिस की गाड़ियों पर पथराव किया।
पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। सैकड़ों की संख्या में लोगों ने नेशनल हाइवे पर चक्काजाम कर दिया। वहीं घटना के बाद लोगों के आक्रोश को देखते हुए देर रात थाना प्रभारी प्रमोद रूसिया और कॉन्स्टेबल अजय यादव को निलंबित कर दिया गया है।
बताया जा रहा है कि दोपहर करीब दो बजे गुरूचरण मंडल को पूछताछ के लिए थाने में बुलाया। करीब 45 मिनट बाद उसने लॉकअप के बाथरूम में फांसी लगा ली। आरोप है कि वह पत्नी की गुमशुदगी के मामले में पुलिस द्वारा कई बार घंटों पूछताछ से डर गया था और डिप्रेशन में था। युवक ने फांसी लगाई तो नियम के अनुसार फोरेंसिक जांच होनी चाहिए, लेकिन पुलिस ने शव को उतरवाकर हॉस्पिटल भेज दिया। हॉस्पिटल से ही गुरुचरण मंडल की मौत की जानकारी बाहर आई। लोगों को सूचना मिली तो वे थाने पहुंच गए।
वहीं गुरूचरण मंडल के पिता शांति राम मंडल को पुलिस ने बुलाकर थाने के अंदर रखा। उसे लोगों से मिलने तक नहीं दिया गया। इससे लोग भड़क गए और आक्रोशित लोगों ने थाने पर हमला बोल दिया। रात नौ बजे हंगामे के बाद थाने से शांति राम मंडल को छोड़ा गया।
बता दें कि बलरामपुर में एनएचएम कार्यालय में बतौर प्यून पदस्थ संतोषी नगर निवासी गुरुचरण मंडल की पत्नी रीना गिरी 29 सितंबर को लापता हो गई थी। गुरुचरण मंडल की पहली पत्नी उसे छोड़कर चली गई थी। पहली पत्नी से उसका एक बच्चा भी है। दूसरी पत्नी रीना गिरी के साथ गुरूचरण मंडल रह रहा था।
वहीं गुरुचरण मंडल की दूसरी पत्नी रीना गिरी गायब हुई और वह नहीं मिली तो गुमशुदगी की रिपोर्ट 29 सितंबर को बलरामपुर थाने में दर्ज कराई गई थी। इसी मामले में पूछताछ के लिए बलरामपुर पुलिस उसे बार-बार बुलाकर घंटों पूछताछ कर रही थी।
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