बहुचर्चित अंकिता हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलकित के पिता पर ड्राइवर ने लगाये गंभीर आरोप, विनोद आर्य ने मसाज के बहाने किया कुकर्म का प्रयास

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बहुचर्चित अंकिता हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलकित के पिता पर ड्राइवर ने लगाये गंभीर आरोप, विनोद आर्य ने मसाज के बहाने किया कुकर्म का प्रयास

पुलिस की ओर से सख्त कार्यवाही न होने के बाद युवक ने ली न्यायालय की शरण, न्यायालय ने दिए जांच के आदेश

देहरादून/हरिद्वार। बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में आरोपी पुलकित आर्य के पिता और पूर्व राज्यमंत्री विनोद आर्य पर गंभीर आरोप लगे हैं। विनोद आर्य के ड्राइवर ने उस पर कुकर्म करने का गंभीर आरोप लगाया है। जहां एक ओर बेटा पुलकित आर्य अंकिता हत्याकांड के आरोप में जेल की सलाखों के पीछे है, वहीं अब उसके पिता विनोद आर्य पर 25 साल के युवक ने कुकर्म करने के प्रयास के गंभीर आरोप लगाए हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पीड़ित रोहन कंबोज का आरोप है कि विनोद आर्य ने उसके साथ अश्लील हरकतें की और अप्राकृतिक सेक्स करने का प्रयास किया। पीड़ित रोहन कांबोज पुत्र अजय कांबोज उम्र 25 साल निवासी शिव कॉलोनी छुटमलपुर थाना फतेहपुर जिले का रहने वाला है। उत्तराखंड की भाजपा सरकार में पूर्व राज्य मंत्री रह चुके विनोद आर्या को हाल ही में ड्राइवर की जरूरत पड़ी, जिसके बाद रोहन ने डॉ0 विनोद आर्य से संपर्क किया तो उन्होंने रोहन को 10,000 रूपये सैलरी पर ड्राइवर रख लिया। खबर के मुताबिक ड्राइवर रोहन ने बताया कि विनोद आर्य रात के समय उसको अपने पास बुलाता था और अपने शरीर की मालिश करने, मसाज करने और पैर दबाने के लिए कहता था। इसी के साथ वह अश्लील हरकतें भी करता था। कुछ दिन पहले ही रात को तकरीबन 10:30 बजे डॉ0 विनोद आर्य ने उसे मालिश और मसाज़ करने के लिए बुलाया और मसाज के दौरान डॉ0 विनोद आर्य ने उसके साथ अप्राकृतिक सेक्स करने का प्रयास किया। इससे युवक बेहद डर गया और डर के मारे अपने घर छुटमलपुर चला गया। इसी बीच वह मोटरसाइकिल से घर का सामान लेने निकला था कि बाजार में मोटरसाइकिल सवार तीन लोगों ने उसकी बाइक को टक्कर मार दी जिससे रोहन नीचे गिर गया जिससे उसका सिर फट गया और हाथ टूट गया। रोहन को सरकारी अस्पताल फतेहपुर ले जाया गया। वहीं युवक ने इस घटना की तहरीर थाना फतेहपुर में दी है। उसने पुलिस को कहा कि मुझे शक है कि मेरा एक्सीडेंट डॉ0 विनोद आर्य ने कराया है और मुझे आगे भी उससे अपनी जान का खतरा है। पुलिस की ओर से सख्त कार्यवाही न होने के बाद युवक ने न्यायालय की शरण ली, जिसके बाद न्यायालय ने इस मामले में पुलिस को गंभीरता से जांच के आदेश दिए हैं।