“इंट्री लो और ओवरलोड ढो लो”, आखिर किसकी शह पर चल रहा है करोड़ों की वाहन इंट्री का अवैध खेल
“इंट्री लो और ओवरलोड ढो लो”, आखिर किसकी शह पर चल रहा है करोड़ों की वाहन इंट्री का अवैध खेल
उधमसिंह नगर। उधमसिंह नगर और नैनीताल जनपद में वाहन इंट्री का अवैध गोरखधंधा जोर पकड़ता जा रहा है। जिसके बल पर वाहनों में ओवर लोडिंग, ओवरहाईट और बिना खनन व रायल्टी के उपखनिज ढोने का अवैध कारोबार धड़ल्ले के साथ जारी है।
विश्वस्त सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड के जनपद उधमसिंह नगर और नैनीताल में वाहन इंट्री का अवैध धंधा जोर पकड़ता दिखाई दे रहा है। बताया जा रहा है कि उक्त जनपदों में कई असरदार तथाकथित एजेंटों द्वारा आरटीओ, पुलिस और खनन के नाम पर मोटी रकम लेकर वाहनों की इंट्री किए जाने का काम किया जा रहा है और उसके एवज में उनके द्वारा वाहनों को ओवर लोडिंग, ओवरहाईट और बिना खनन व रायल्टी पर्ची कटवाए वाहन चलवाने की पूरी सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है। जिससे जहां एक ओर सरकार को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है, वहीं संबंधित विभागों की छवि भी धूमिल हो रही है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि आखिरकार वाहनों की इंट्री के नाम पर करोड़ों रूपये के इस अवैध गोरखधंधे में शामिल तथाकथित असरदार एजेंटों को किसकी शह प्राप्त है तथा आरटीओ और पुलिस चेक पोस्ट व खनन बैरियरों पर होने वाली रोजाना की चेकिंग के बीच से यह ओवरलोड, ओवरहाईट और बिना खनन व रायल्टी प्रपत्रों के यह वाहन रोजाना आवागमन कैसे कर रहे हैं।
वहीं उक्त वाहन स्वामियों और चालकों ने बताया कि ओवर लोडिंग, ओवरहाईट और बिना खनन व रायल्टी प्रपत्रों के वाहन चलाने के लिए उन्हें उत्तराखंड व यूपी0 के एजेंटों से अपने वाहनों की वकायदा इंट्री करवानी पड़ती है जिसके लिए उन्हें प्रति वाहन 40 हजार से लेकर एक लाख रूपये प्रति माह खर्च करने पड़ते हैं और बिना इंट्री के वे अपने वाहन को हिला भी नहीं सकते हैं।
वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इंट्री देने वाले एजेंटों में उधमसिंह नगर के एक दबंग ग्राम प्रधान का नाम सामने आ रहा है जो अपने आपको राज्य के एक कैबिनेट मंत्री का करीबी भी बताता है। यह भी बताया जा रहा है कि इसके द्वारा बड़े पैमाने पर वाहनों को इंट्री दिए जाने का काम किया जाता है और इसके लोग रात-दिन इंट्री लेने वाले ओवर लोड, ओवरहाईट और बिना खनन व रायल्टी प्रपत्रों के उपखनिज ढोने वाले वाहनों को जांच बैरियरों से निकलवाने में उनकी मदद करते हैं।
बहरहाल उधमसिंह नगर व नैनीताल जनपद में इंट्री के बल पर वाहनों में ओवर लोडिंग, ओवरहाईट और डब्ल्यू आर अर्थात बिना खनन व रायल्टी प्रपत्रों के उपखनिज धड़ल्ले से ढोया जा रहा है। जिससे सरकार को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है। साथ ही इसे रोकने के लिए जिम्मेदार विभागों की भी छवि खराब हो रही है। हांलाकि शासन व प्रशासन के अधिकारी समय-समय पर ओवर लोड, ओवरहाईट और बिना खनन व रायल्टी प्रपत्रों के चलने वाले वाहनों के खिलाफ अभियान चलाते रहते हैं बावजूद इसके वाहन ओवर लोडिंग, ओवरहाईट और बिना खनन व रायल्टी प्रपत्रों के उपखनिज ढोने वाले वाहनों पर रोक नहीं लग पा रही है। अभी हाल ही में उधमसिंह नगर जनपद के सितारगंज क्षेत्र में खनन वाहनों की चेकिंग को लेकर खनिकर्म जांच कर्मियों और वाहन स्वामियों व चालकों में विवाद हो चुका है। जिसमें उपखनिज की जांच करने वाली एजेंसी के कर्मियों द्वारा कई वाहन स्वामियों और चालकों के खिलाफ बिना प्रपत्रों के उपखनिज ढोने का आरोप लगाते हुए पुलिस में एफआईआर भी दर्ज करवाई गई है। ऐसे में एक बार फिर से यह विशालकाय सवाल उठ खड़ा होता है कि इसके लिए आखिरकार जिम्मेदार कौन…शीघ्र होगा खुलासा क्रमश: पढ़िए किश्तों में “इंट्री लो, ओवरलोड ढोल लो”
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