सड़क पर सांड बन रहे हैं लोगों के लिए काल, आयेदिन होते हादसों के बावजूद मूकदर्शक बने अधिकारी

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सड़क पर सांड बन रहे हैं लोगों के लिए काल, आयेदिन होते हादसों के बावजूद मूकदर्शक बने अधिकारी

हल्द्वानी। हल्द्वानी शहर और उसके आसपास के क्षेत्र में लावारिस पशु लोगों के लिए जीवन के लिए काल बन रहे हैं। आये दिन हादसे हो रहे हैं जिनमें लोगों को असमय ही अपनी जान गंवानी पड़ रही है अथवा गंभीर रूप से घायल हो रहे हैं। हांलाकि जिलाधिकारी नैनीताल ने सड़क पर पालतू जानवर छोड़ने पर मुकदमा तक दर्ज करने की चेतावनी दी है। मगर सवाल यह है कि ऐसा करने वालों को पकड़ेगा कौन? वह भी उस हालत में जब नगर निगम अभी तक अपनी गौशाला बनाने में ही लगा हुआ है।

इधर शुक्रवार की रात को लालकुआँ क्षेत्र में सांड के हमले में हुई युवक की मौत ने एक बार फिर अधिकारियों की कार्य शैली पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। बीते साल दिसंबर में हाईकोर्ट के आदेश के बाद से नगर निगम कुछ समय के लिए सक्रिय भी हुआ था और दावा है कि चार माह में अब तक सड़कों और मोहल्लों से 650 गोवंश को पकड़ा जा चुका है। बावजूद इसके शहर में फिर उतने ही सांड और अन्य गोवंश सड़कों पर खड़े दिखाई दे रहे हैं। जो कहीं ना कहीं नगर निगम की कार्यप्रणाली पर भी बड़ा सवाल है।

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वहीं नगर निगम फिलहाल हल्दूचौड़ के गंगापुर कबड़वाल गांव में 67 एकड़ में गौशाला बना रहा है। जिसमें करीब 4000 से अधिक गोवंश को रखने की क्षमता होगी। नगर निगम की माने तो यह प्रदेश की पहली सरकारी गौशाला होगी। जबकि पांच अलग-अलग गौशालाओं में 185 लावारिस पशु रखे गए हैं जबकि उनकी क्षमता 500 पशुओं की बताई जा रही है। हल्द्वानी नगर निगम प्रशासन का कहना है कि हल्द्वानी शहर की करीब करीब सभी सीमाओं पर हर रोज नए-नए गोवंश पशु खड़े दिखाई देते हैं। उनका कहना है कि लोग गोवंश पशुओं का दुधारू उपयोग करने के बाद उन्हें खदेड़ रहे हैं। हालांकि नगर निगम अब तक ऐसा करने वाले किसी व्यक्ति को पकड़ नहीं पाया है और ना ही ऐसे किसी मामले में अब तक कोई कार्यवाही होती देखी गई है। वहीं क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि यह गोवंश नगर निगम अपने क्षेत्र से पकड़कर आसपास के ग्रामीण क्षेत्र की ओर धकेल रहा है ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि आखिर कौन है जो ऐसा कर रहा है और इस समस्या का स्थाई समाधान कैसे निकलेगा ताकि आएदिन हादसों में होने वाली जनहानि को रोका जा सके।

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इधर लालकुआँ कोतवाली क्षेत्र के हल्दूचौड़ में सांड के हमले में स्कूटी सवार युवक की मौत के बाद समाजसेवियों ने लावारिस घूमते 15 पशुओं को स्थानीय गोधाम पहुंचाया। बहरहाल लोगों की जानमाल को आएदिन क्षति पहुंचा रहे इन आवारा पशुओं से जनहानि को बचाने के लिए प्रशासन को कोई ठोस समाधान निकलना होगा। अन्यथा आएदिन होने वाले हादसों में लोगों की जान जाती रहेगी।