पैसों के लेनदेन के विवाद में हुआ रमेश रस्तोगी ज्वेलर्स हत्याकांड, तीन हत्यारे गिरफ्तार

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पैसों के लेनदेन के विवाद में हुआ रमेश रस्तोगी ज्वेलर्स हत्याकांड, तीन हत्यारे गिरफ्तार

खटीमा। सनसनीखेज रमेश रस्तोगी ज्वेलर्स हत्याकांड मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक हत्या की वजह लेन-देन को लेकर पुरानी रंजिश बताई गई है।
बताते चलें कि बीती रात लगभग 07.45 बजे थाना खटीमा पर फोन से सूचना मिली कि ग्राम दयूरी खटीमा में नानकमत्ता निवासी रमेश रस्तोगी जो कि आराधना ज्वैलर्स नाम से ज्वैलर्स की दुकान चलाता है को अज्ञात हमलावरों द्वारा गोली मारकर घायल कर दिया गया है और जिसकी उपचार के दौरान मृत्यु हो गयी। मृतका की पत्नी की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत किया गया। सरेबाजार में शाम के समय हुई इस दुस्साहसिक घटना से आम जनमानस एवं व्यापारियों में भय का माहौल पैदा हो गया था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजूनाथ टीसी ने घटना के त्वरित खुलासे एवं आवश्यक कार्यवाही का आश्वासन आम जनमानस एवं व्यापारियों को दिया था तथा तत्काल अनावरण एवं अभियुक्तगणों की गिरफ्तारी हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के द्वारा पुलिस को कठोर निर्देश दिये गये। प्रभारी निरीक्षक खटीमा व प्रभारी एसओजी उधमसिंह नगर के नेतृत्व में कुल आठ अलग-अलग टीमों का गठन किया गया। जिनके द्वारा भौतिक सुरागरसी पतारसी, सीसीटीवी फुटेज की निगरानी, सर्विलांस आदि में त्वरित कार्यवाही करते हुए घटना के आठ घंटे से कम समय में घटना को अंजाम देने वाले तीनों अभियुक्तगणों को गिरफ्तार करते हुए घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल मय असलाह व कारतूसों को बरामद किया।
पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल एवं उसके आस-पास के क्षेत्रों में लगे सीसीटीवी कैमरों का बारीकी से अवलोकन करने पर प्रकाश में आया कि तीन नकाबपोश हमलावर एक मोटरसाइकिल में बैठकर घटनास्थल पर आये और उनमें से दो ने उतरकर रमेश रस्तोगी को दुकान में जाकर गोली मार दी। अभियुक्तगणों की गिरफ्तारी के उपरान्त अभियोग में धारा 34/120बी भादवि एवं 25 आर्म्स एक्ट की बढ़ोत्तरी की गई। घटना कारित करने के पीछे अभियुक्तगणों की मृतक से पैसों का पुराना लेन-देन एवं रंजिश का होना प्रकाश में आया तथा घटना से कुछ समय पूर्व मृतक एवं मुख्य अभियुक्त सुरेन्द्र सिंह उर्फ सुक्खा के मध्य गाली गलौज एवं तीखी नोंक झोंक हुई थी तब से ही अभियुक्त मृतक के प्रति मन ही मन बदले की भावना रखता था। इसी भावना को लेकर मुख्य अभियुक्त द्वारा अपने पुत्र विक्रम जीत एवं भतीजे लखविंदर सिंह के साथ मिलकर साजिश के तहत सर्राफ की गोली मारकर हत्या कर दी। वहीं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उधमसिंह नगर मंजूनाथ टीसी ने पुलिस टीम के लिए 2500 रुपये के ईनाम की घोषणा की है।