बहुचर्चित रनसाली रेंज बेशकीमती लकड़ी तस्करी प्रकरण, पीसीसीएफ ने दिए जांच के आदेश
बहुचर्चित रनसाली रेंज बेशकीमती लकड़ी तस्करी प्रकरण, पीसीसीएफ ने दिए जांच के आदेश
देहरादून/हल्द्वानी। हल्द्वानी के रनसाली रेंज में तस्करों और वन कर्मियों की मिलीभगत से बेशकीमती लकड़ी को काटकर उसकी तस्करी प्रकरण का मामला इनदिनों मीडिया में छाया हुआ है। इस मामले में पीसीसीएफ ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
हल्द्वानी के रनसाली रेंज के बहुचर्चित लकड़ी तस्करी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गुज्जर समुदाय का एक शिष्टमंडल इस मामले की शिकायत करने देहरादून स्थित पीसीसीएफ कार्यालय पहुंचा लेकिन पीसीसीएस के ना मिल पाने पर उन्होंने इस मामले की सम्पूर्ण जानकारी प्रमुख वाइल्डलाइफ समीर सिन्हा को दी और उन्हें एक ज्ञापन सौंपकर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग की है। ज्ञापन में गुज्जर समुदाय के शिष्टमंडल ने कहा है कि वन अधिकारी लकड़ी तस्करी की शिकायत का संज्ञान लेने की बजाए उल्टा शिकायतकर्ता को ही धमकाने और उनके खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। जिस पर प्रमुख वन्यजीव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को जांच के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि 17 जुलाई को रनसाली रेंज में एक दर्जन से अधिक बेशकीमती पेड़ों को लकड़ी तस्करों ने वन कर्मियों के मिलीभगत से काट दिया और लकड़ी की तस्करी करने में लगे हुए थे लेकिन मीडिया के संज्ञान में आते ही उसने इस मामले की पोल खोल दी।
वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हल्द्वानी के रनसाली रेंज में हुई बेशकीमती लकड़ी तस्करी मामले में कुछ वन कर्मी और अधिकारी मामले की लीपापोती कर उसे दबाने में लगे हुए हैं। बताया जा रहा है कि सर्किल में तैनात एक चर्चित रेंजर दबाव और विभागीय अधिकारियों के साथ सांठ-गांठ कर मामले को पूरी तरह से दबाने की जुगत में लगा हुआ है और अपनी ऊंची पहुंच के चलते पिछले 15 वर्षों से एक ही सर्किल में जमा बैठा है।
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