लालकुआं : फुड सेफ्टी एवं दुग्ध उर्पाजन बढ़ाये जाने को लेकर कार्यशाला

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लालकुआं फुड सेफ्टी एवं दुग्ध उर्पाजन बढ़ाये जाने को लेकर कार्यशाला

लालकुआं। आज 13 जून दुग्ध एवं दुग्ध उत्पाद के मानकों की जानकारी उपलब्ध कराये जाने को लेकर उत्तराखण्ड सहकारी डेरी प्रशिक्षण संस्थान लालकुआं में प्रदेश के 11 दुग्ध संघों के यूनिट प्रभारियों एवं जनपदीय सहायक निदेशक डेरी विकास का संयुक्त रूप से दो दिवसीय फुड सेफ्टी ट्रेनिग एण्ड प्लास्टिक वेस्टेज मनेजमेन्ट कार्यशाला का समापन किया गया। इसके साथ ही तकनीकी रूप से कम लगात में अधिक दुग्ध उर्पाजन बढ़ाये जाने का प्रशिक्षण शुरु किया गया।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत प्रशासक उत्तराखण्ड सहकारी डेरी फैडरेशन मुकेश बोरा ने दो दिवसीय फुड सेफ्टी ट्रेनिग एंव प्लास्टिक वेस्टेज मनेजमेन्ट कार्यशाला का उत्तराखण्ड सहकारी डेरी प्रशिक्षण संस्थान लालकुआं में समापन अवसर प्रशिक्षण में प्रतिभाग कर रहे प्रशिक्षणार्थियों से अपील करते हुए कहा कि प्रतिस्पर्घा के युग में समय की मांग को देखते हुए अपने अपने संस्थानों में तैयार किये जा रहे दुग्ध एवं दुग्ध उत्पादों की शुद्धता एंव उच्च गुणवत्ता बनाये रखने के लिए फुड सेफ्टी मानकों की उचित जानकारी एंव प्लास्टिक वेस्टेज मनेजमेन्ट होना नितान्त आवश्यक है। जिस संबध में इस तरह के कार्यशालाओं के आयोजन किये जा रहे हैं। अध्यक्ष श्री बोरा ने कार्याशाला में प्रतिभाग कर रहे प्रशिक्षणार्थियों से कहा कि मा0 दुग्ध विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा द्वारा दिये गये निर्देशो के क्रम में लगातार प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे रहे ताकि दुग्धशालाओं में कार्य करने के दौरान कुशल प्रबन्धन हेतु यह प्रशिक्षण उपयोगी सिद्ध होगा। श्री बोरा ने सभी दुग्ध अधिकारियों से आहवान कर कहा कि उक्त प्रशिक्षण के उपरान्त इसका लाभ प्रदेश के सभी दुग्ध संघों के दुग्ध उत्पादको एवं आंचल उपभोक्ताओं को मिल सके ऐसा प्रयास करे। प्रशिक्षण में उत्तराखण्ड राज्य के 11 सहकारी दुग्ध संघों के 30 उत्तराखण्ड डेरी फैडरेशन एंव डेरी विकास के अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। इसके साथ ही उत्तराखण्ड प्रशिक्षण संस्थान में आज से तकनीकी रूप से दुग्ध उर्पाजन बढ़ाया जाने को लेकर प्रदेश के दुग्ध संघों के कार्मिकों को दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रशासक डेरी फैडरेशन एवं अध्यक्ष नैनीताल दुग्ध संघ मुकेश बोरा द्वारा शुभारम्भ करते हुए कहा कि जनपदीय दुग्ध संघ, डेरी फैडरेशन व डेरी विकास विभाग को प्रदेश में विपणन व उर्पाजन बढ़ाये जाने को लेकर संयुक्त अभियान चलाये जाने की आवश्यकता है तभी दुग्ध सहकारिता का मिशन सफल होगा।
इस दौरान कार्यशाला में राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड के प्रतिनिधि मो0 राशिद, सामान्य प्रबन्धक डा0 मोहन चन्द, सामान्य प्रबन्धक इन्जीनियरिंग आरएम तिवारी, डा0 एचएस कुटौला, सामान्य प्रबन्धक नैनीताल दुग्ध संघ निर्भय नारायण सिंह, सहायक निदेशक राजेन्द्र सिंह चौहान, एचसी आर्या, पीएस नगरकोटी, पीएस नागपाल, राजेश मेहता, अरूण टम्टा, सक्षम श्रीवास्तव, आदिति, रेखा तिवारी, संध्या धामी, प्रभारी अधिकारी प्रशिक्षण केन्द्र डा0 कुमार अजीत सिंह, एचएस पाल, हरीश उपाध्याय, प्रभारी पीएण्डआई मोहन जोशी, प्रभारी विपणन संजय भाकुनी, प्रधानाचार्या देवकी भोज, कार्यालय व्यस्थापक चन्द्रा खाती के साथ ही फुड सेफ्टी ट्रेनिंग प्रशिक्षक दीपक कुमार उपस्थित रहे। कार्यशाला में प्रदेश के विभिन्न दुग्ध संघों से प्रतिभाग कर रहे सभी प्रशिक्षार्थियों व विभागीय अधिकारीगणों का प्रभारी अधिकारी सहकारी प्रशिक्षण केन्द्र डा0 कुमार अजीत सिंह द्वारा हार्दिक आभार एवं अभिन्नदन किया गया।