लालकुआं समेत आसपास के क्षेत्र में लगे हैं कूड़े के ढेर, सरकार के स्वच्छ भारत अभियान को लगा रहे पलीता जिम्मेदार

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लालकुआं समेत आसपास के क्षेत्र में लगे हैं कूड़े के ढेर, सरकार के स्वच्छ भारत अभियान को लगा रहे पलीता जिम्मेदार

वर्षाकाल में कूड़े-करकट के ढेरों के चलते क्षेत्र में तेजी से पनप रहे मच्छर, डेंगू और मलेरिया बुखार आदि बीमारियों के फैलने का खतरा

लालकुआं। लालकुआं एवं आसपास के क्षेत्र में पड़े कूड़े-करकट के ढेर सरकार के स्वच्छ भारत अभियान की पोल खोलते हुए नजर आ रहे हैं। वर्षाकाल के चलते कूड़े और जलभराव की समस्या के चलते तेजी से पनप रहे मच्छरों के कारण लालकुआं नगर समेत आसपास के क्षेत्र में लोगों का जीना दुश्वार है। स्थानीय लोगों ने सरकार व शासन-प्रशासन से इस समस्या से जल्द निजात दिलाने की मांग की है।

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सरकार के तमाम प्रचार प्रसार के बावजूद लालकुआं विधानसभा क्षेत्र में प्रशासन द्वारा सरकार के स्वच्छ भारत अभियान को पलीता लगाया जा रहा है। लालकुआं नगर समेत गौला रोड, संजय नगर, राजीव नगर, बजरी कंपनी और खड्डी मोहल्ले में कूड़े-करकट आदि गंदगी के ढेर की वजह से मच्छरों का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। इससे एक ओर जहां लालकुआं की सुन्दरता को ग्रहण लग रहा है, वहीं दूसरी तरफ मच्छरों के काटने से लोगों को डेंगू, मलेरिया बुखार आदि बीमारियों से जूझना पड़ रहा है। इसके अलावा गंदगी के कारण क्षेत्र में फैल रही दुर्गन्ध से लोगों का जीना मुहाल है।स्थानीय लोगों की सरकार और शासन-प्रशासन से मांग है कि उन्हें कूड़े-करकट की समस्या से जल्द निजात दिलाई जाए। इसके साथ ही क्षेत्र में नियमित रूप से फाॅगिंग तथा कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया जाए ताकि डेंगू, मलेरिया व अन्य घातक बीमारियों से बचाव हो सके।

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नैनीताल जिले में लालकुआं समेत ये सात जगह हैं सबसे ज्यादा संवेदनशील

बता दें कि स्वास्थ्य विभाग नैनीताल द्वारा जिले भर में उन तमाम स्थानों को चिन्हित किया गया है, जहां डेंगू मच्छर पैदा होने की आशंका सबसे ज्यादा है। इस योजना के तहत स्वास्थ्य विभाग ने जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में तीन और शहरी क्षेत्र में चार ऐसे स्थान चिन्हित किए हैं, जिन्हें डेंगू के दृष्टि से अति संवेदनशील कहा जा सकता है। इन हॉट स्पाट्स में हल्द्वानी, रामनगर, कालाढूंगी, लालकुआं के शहरी क्षेत्र को शामिल किया गया है। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में बैलपड़ाव, कोटाबाग और बिंदुखत्ता क्षेत्र शामिल हैं।

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