रेल विभाग की नाप जोक को लेकर रेल कर्मियों से हुई लालकुआं संजय नगर (हाथी खाना) वासियों की तीखी नोंकझोंक, लोगों के तेवर देख बैरंग लौटी रेलवे की टीम



रेल विभाग की नाप जोक को लेकर रेल कर्मियों से हुई लालकुआं संजय नगर (हाथी खाना) वासियों की तीखी नोंकझोंक, लोगों के तेवर देख बैरंग लौटी रेलवे की टीम
लालकुआं। लालकुआं नगर के गौला रोड रेलवे क्रॉसिंग और संजय नगर (हाथीखाना) क्षेत्र में पहुंचकर रेल विभाग के कर्मचारी और राजस्व कर्मियों ने क्षेत्र में नाप जोक करते हुए सीमांकन का कार्य शुरू कर दिया, जिसे देखकर बस्ती वासी भड़क उठे, उनका कहना था कि यह रेल भूमि नहीं है और देखते ही देखते मौके पर क्षेत्र वासियों का जमावड़ा लग गया। जिसके बाद बढ़ती भीड़ एवं लोगों की नाराजगी को देखते हुए नाप जोक करने आई टीम के लोग मौके से वापस चले गए। वहीं इस अप्रत्याशित कार्रवाई के बाद आक्रोशित लोगों ने संजय नगर (हाथीखाना) से लेकर तहसील तक जबरदस्त प्रदर्शन किया।
आज शनिवार दोपहर को रेल विभाग के सीनियर सेक्शन इंजीनियर वर्क्स काठगोदाम गिरिजेश कुमार के नेतृत्व में रेल कर्मियों और लालकुआं तहसीलदार कुलदीप पांडे के नेतृत्व में राजस्व कर्मियों ने नगर के गौला रोड स्थित रेलवे क्रॉसिंग के समीप पहुंचकर, वहां से पूरब दिशा की ओर को प्राचीन फलाहारी बाबा मंदिर तक नपाई का कार्य शुरू कर दिया, जैसे ही इस कार्य की भनक संजय नगर (हाथी खाना) क्षेत्र के लोगों को लगी, तो उन्होंने रेलवे की टीम का विरोध करते हुए कहा कि जिस भूमि की वह नाप जोक कर रहे हैं, वह रेलवे की भूमि नहीं है। इस पर सीनियर सेक्शन इंजीनियर लोगों पर भड़कने लगे, जिससे क्षेत्र वासियों की नाराजगी बढ़ गई। इसके बाद तहसीलदार ने रेलवे कर्मचारियों से उक्त भूमि का नक्शा आदि मांगा, तो वह मौके पर दिखाने में असफल रहे, जिस पर क्षेत्र वासियों का पारा चढ़ गया। वहीं लोगों की बढ़ती तादाद और उनकी नाराजगी को देखते हुए सीनियर सेक्शन इंजीनियर अपनी टीम को लेकर वहां से वापस चले गए।
इसके बाद भारी संख्या में क्षेत्रवासी जुलूस के रूप में नारेबाजी करते हुए लालकुआं तहसील में पहुंचे, जहां तहसीलदार कुलदीप पांडे ने उन्हें किसी तरह से समझा बूझाकर शांत किया। इस दौरान मौके पर मौजूद आक्रोशित संजय नगर (हाथी खाना) के बाशिंदों का कहना था कि संजय नगर (हाथी खाना) लालकुआं की सबसे पुरानी बसासत है और करीब सौ वर्ष से लोग यहां लगातार बसे हुए हैं। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि उक्त भूमि, रेलवे की भूमि नहीं है। रेल विभाग उनकी भूमि को बेवजह रेल भूमि पर अतिक्रमण बताकर हड़पने की साजिश रच रहा है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा और हर स्तर पर इसका शांतिपूर्ण तरीके से पुरजोर विरोध किया जायेगा।
तहसीलदार कुलदीप पांडे ने कहा कि सर्वे बिंदु नहीं मिलने के चलते उक्त भूमि की नपाई होना संभव नहीं लग रहा है। उन्होंने कहा कि उक्त क्षेत्र की पैमाइश डिजिटल मैपिंग या फिर ड्रोन मैपिंग के द्वारा ही की जा सकती है। लालकुआं का डिजिटल मैप नहीं होने के चलते आज सर्वे का कार्य नहीं हो सका, इसलिए जल्दी मैप बनवाया जाएगा। उसके बाद उक्त भूमि की सर्वे की जाएगी। उसके बाद रेल भूमि की विधिवत पैमाइश होगी।
वहीं उप जिलाधिकारी रेखा कोहली ने कहा कि लालकुआं क्षेत्र की भूमि की पैमाइश रेलवे के नक्शे की राजस्व के नक्शे से मिलान कराने के बाद ही की जाएगी, जिसके बाद नियमानुसार आगे की कार्रवाई होगी।
इधर रेल विभाग के सीनियर सेक्शन इंजीनियर गिरिजेश कुमार ने कहा कि जिस भूमि की उनके द्वारा नपाई की गई है, वह रेलवे की भूमि है। उन्होंने कहा जल्द ही उसका सीमांकन किया जाएगा।
वहीं नगर पंचायत लालकुआं के अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह लोटनी ने कहा कि रेलवे के पास भारी संख्या में खाली भूमि पड़ी हुई है, रेलवे उक्त भूमि का उपयोग करने के बजाय करीब 70-80 साल पूर्व से बसे लोगों को बेवजह उजाड़ने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा संजय नगर (हाथी खाना) क्षेत्र वन भूमि पर बसा हुआ है और रेलवे का इस भूमि से कोई लेना-देना नहीं है।
इस मामले में व्यापार मंडल लालकुआं के अध्यक्ष दीवान सिंह बिष्ट ने कहा कि रेल विभाग द्वारा लालकुआं क्षेत्र में पिछले लंबे समय से वन भूमि को रेल भूमि बताते हुए गरीबों को उजाड़ने की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि गौला रोड के दुकानदारों को बेवजह परेशान किया गया, तो व्यापार मंडल उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगा।
संयुक्त पैमाइश करने वाली टीम में तहसीलदार कुलदीप पांडे, सीनियर सेक्शन इंजीनियर काठगोदाम वर्क्स बृजेश कुमार, रेलवे के अवर अभियंता गौरव कुमार, राजस्व निरीक्षक मनोज कुमार और उप राजस्व निरीक्षक पूजा रानी सहित भारी संख्या में कर्मचारी मौजूद थे।
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