प्रदेश में बिजली के दामों में बढ़ोतरी, उत्तराखण्ड सरकार ने प्रदेश की जनता के साथ किया छल : विधायक तिलक राज बेहड़

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प्रदेश में बिजली के दामों में बढ़ोतरी, उत्तराखण्ड सरकार ने प्रदेश की जनता के साथ किया छल : विधायक तिलक राज बेहड़

किच्छा। विधायक तिलक राज बेहड़ ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके प्रदेश में बिजली के दामों में बढ़ोतरी किये जाने पर अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने बड़े हुए दामों का विरोध करते हुए कहा कि उत्तराखंड की भाजपा सरकार जो अपने आप को आम आदमी और किसानों का हितैषी बताती है, उन्ही की पीठ में खंजर भोपने का काम करती है।

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार जो कि चुनाव के समय बड़े-बड़े लुभावने वादें तो जनता से करती है लेकिन उन्हें कभी पूरा नहीं करती इसी का उदाहरण है बिजली के दामों में बढ़ोतरी, अगर सरकार को बिजली के दाम में बढ़ोतरी करनी थी तो उन्हें लोक सभा चुनाव के मतदान से पूर्व ये शासनादेश जारी करते और जनता के बीच वोट मांगने जाते, लेकिन भाजपा सरकार को आम आदमी के वोट लेने के बाद उनके हितों से कोई लेना देना नहीं है।

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विधायक ने कहा अभी पिछले साल ही प्रदेश में बिजली के दामों में बढ़ोतरी की गयी थी अब फिर से प्रदेश में लगभग 7% बिजली के दामों में बढ़ोतरी करने का तुगलकी फरमान सरकार द्वारा दिया गया है। एक तरफ प्रदेश में बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के कारण पलायन रुकने का नाम नहीं ले रहा, उत्तराखंड के निवासी अपने प्रदेश को छोड़कर अन्य प्रदेशों का रुख कर रहे हैं। ऐसे में इस तरह का बोझ आम आदमी पर डालना पलायन को और बढ़ावा देना है।

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उन्होंने कहा की प्रदेश में जहाँ किसान पहले ही आर्थिक तंगी से जूझ रहा है और कर्ज में डूबा हुआ है उनकी आमदनी दिन प्रतिदिन घटती जा रही है। इस तरह से बिजली के दामों में बढ़ोतरी से किसानों की कमर टूट जायेगी। यही कारण है कि किसान किसानी को छोड़कर और कृषि भूमि बेचकर अन्य व्यवसाय करने पर मजबूर हो रहा है। विगत दो सालों में लगभग 16% बिजली के दाम बढ़ाकर सरकार जनता की जेब काटने का काम कर रही है। वे उत्तराखण्ड सरकार को आगाह करते हैं कि प्रदेश में बिजली के बड़े हुए दामों को शीघ्र से शीघ्र वापिस ले अन्यथा आने वाले समय में पूरे प्रदेश में सरकार को इसका विरोध झेलना पड़ सकता है।