उत्तराखंड में अवैध अतिक्रमण, वन भूमि में बनी 256 मजारों सहित 285 अवैध धर्मस्थलों को हटाया
उत्तराखंड में अवैध अतिक्रमण, वन भूमि में बनी 256 मजारों सहित 285 अवैध धर्मस्थलों को हटाया
देहरादून। उत्तराखंड सरकार के आदेश पर प्रदेशभर में अवैध अतिक्रमण कर बनाये गए अवैध धर्मस्थल हटाओ अभियान जारी है। वन विभाग की ओर से अवैध धर्मस्थलों को हटाने के लिए प्रदेशभर में अभियान चलाया जा रहा है।
अवैध अतिक्रमण वाले धर्मस्थल हटाओ अभियान के नोडल अधिकारी मुख्य वन संरक्षक पराग मधुकर धकाते ने बताया कि सभी प्रभागीय वनाधिकारी व वन क्षेत्राधिकारियों को वन भूमि पर स्थित अवैध धर्मस्थल चिन्हित कर हटाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत की गई कार्यवाही में अब तक प्रदेशभर में 68 हेक्टेयर वन भूमि से कुल 285 अवैध धर्मस्थल हटाए गए हैं। इनमें 256 मजारें शामिल हैं।
मुख्य वन संरक्षक पराग मधुकर धकाते ने बताया कि सबसे अधिक धर्मस्थलों द्वारा किये गए अवैध अतिक्रमण हल्द्वानी, रामनगर, काशीपुर, रुद्रपुर, हरिद्वार, कोटद्वार और कालसी वन क्षेत्र में हैं। कुमाऊं के तराई क्षेत्र में ही करीब 70 प्रतिशत अवैध धर्मस्थल हैं। वन भूमि पर अतिक्रमण चिन्हित करने के बाद अतिक्रमण से संबंधित लोगों व संस्थाओं को नोटिस भेजे जा रहे हैं।
नोटिस दिए जाने के बाद ही अवैध अतिक्रमण हटाये जाने की कार्रवाई की जा रही है। साथ ही अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि अवैध धर्मस्थल बनाकर अतिक्रमण करने वाले लोगों को 6 माह की जेल का प्रावधान है। मुख्य वन संरक्षक के मुताबिक इस अभियान के तहत दो अवैध गुरुद्वारों को भी नोटिस भेजा गया है। यदि गुरुद्वारा प्रबंधकों द्वारा स्वयं अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो उन पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
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