यहां छात्रों को बांट रहे थे फर्जी डिप्लोमा, डीपीएमआई का एमडी गिरफ्तार
यहां छात्रों को बांट रहे थे फर्जी डिप्लोमा, डीपीएमआई का एमडी गिरफ्तार
हल्द्वानी। यहां लंबे समय से गोलापार के डीपीएमआई संस्थान में बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे एक बड़े फर्जीवाड़े का एसएसपी नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा ने खुलासा किया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल द्वारा जिले के सभी पुलिस थाना प्रभारियों व विवेचना ईकाईयों को जनपद में अनैतिक गतिविधि अथवा धोखाधड़ी करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध कठोर वैधानिक कार्यवाही अथवा प्रभावी विवेचना करने के निर्देश दिये गये हैं। जिस आदेश के कम में विगत 11 अक्टुबर को वादी हिमांशु नेगी पुत्र गोपाल सिंह नेगी निवासी मुखानी हल्द्वानी (डीपीएमआई) खंडा, गौलापार काठगोदाम का वर्ष 2019 का छात्र) की तहरीर जिसमें डीपीएमआई काठगोदाम के एमडी डॉ. प्रकाश सिंह मेहरा और प्रधानाचार्य डॉ. पल्लवी मेहरा व तनुजा गंगोला (रिसेप्निस्ट) के द्वारा राज्य में पंजीकरण के सम्बन्ध में लाखों रुपये हड़प लेने के आधार पर थाना काठगोदाम में दिनांकः 11 अक्टूबर को मुकदमा अपराध संख्या 150/23 धारा 420 भादवि बनाम डॉ. प्रकाश सिंह मेहरा, डॉ. पल्लवी मेहरा, तनुजा गंगोला पंजीकृत किया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नैनीताल द्वारा सम्बन्धित पुलिस प्रभारी अधिकारियों को मामले का तत्काल खुलासा करने एवं आरोपियों की गिरफ्तारी करने के सख्त निर्देश दिये गये। पुलिस कार्यवाही थाना काठगोदाम में पंजीकृत उपरोक्त धोखाधड़ी के मामले में श्री हरबन्स सिंह, एसपी सिटी हल्द्वानी के मार्गदर्शन भूपेन्द्र सिंह धौनी क्षेत्राधिकारी हल्द्वानी के पर्यवेक्षण में विमल कुमार मिश्रा, थानाध्यक्ष काठगोदाम को टीम गठित करते हुए प्रभावी विवेचना कराये जाने के निर्देश दिये गये।
सम्बन्धित अभियोग की विवेचना उ०नि० मनोज कुमार को दी गयी। दौराने विवेचना डीपीएमआई काठगोदाम के संचालक आरोपी द्वारा बताया गया कि उसके द्वारा वर्ष 2018 में डीपीएमआई दिल्ली की फैचाईजी ली गयी और पूर्वी खेड़ा गौलापार में डीपीएमआई काठगोदाम कालेज का संचालन शुरु कर पैरामेडिकल के विभिन्न कोर्स शुरु कर छात्रों को एडमिशन दिया गया।
डीपीएमआई काठगोदाम द्वारा वर्ष 2018 के 08 छात्र-छात्राओं, वर्ष 2019 के 37 छात्र-छात्राओं, वर्ष 2020 के 21 छात्र-छात्राओं को पैरामेडिकल कोर्स का डिप्लोमा दिया गया और वर्ष 2021 के 30 छात्र-छात्राओं को डिप्लोमा देना शेष है। दौराने विवेचना के क्रम में डीपीएमआई काठगोदाम की मुख्य शाखा डीपीएमआई दिल्ली जाकर पता चला कि डीपीएमआई दिल्ली द्वारा डीपीएमआई काठगोदाम के वर्ष 2018 के 08 छात्र-छात्राओं को ही अब तक डिप्लोमा प्रदान किया गया है व वर्ष 2019 के 37 छात्र-छात्राओं के प्रथम वर्ष की परीक्षा कराकर प्रथम वर्ष की मार्कशीट दी गयी है। उसके बाद डीपीएमआई काठगोदाम के संचालक आरोपी प्रकाश मेहरा (जोकि उक्त संस्थान का प्रबन्ध निदेशक है) द्वारा फीस जमा न करने पर डीपीएमआई दिल्ली द्वारा डीपीएमआई काठगोदाम को फी डिफाल्टर घोषित कर कार्यक्रम बन्द कर दिया गया।
वर्ष 2019 में कार्यक्रम बन्द होने के बाद भी आरोपी प्रकाश मेहरा द्वारा छात्र-छात्राओं को अपने कॉलेज में लाखोॅ रुपये की फीस लेकर दाखिला दिया गया व विवेचना से वर्ष 2019 के 37 व 2020 के 21 कुल 58 छात्र-छात्राओं को फर्जी डिप्लोमा प्रदान किया जाना प्रकाश में आया।
जिस पर मुकदमा उपरोक्त में 467/468 भादवि की बढ़ोत्तरी कर अभियुक्त प्रकाश मेहरा को दिनांक 27 दिसंबर को कमलुवागांजा मुखानी क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तः डॉ. प्रकाश मेहरा (मैनेजिंग डायरैक्टर) पुत्र खुशाल सिंह मेहरा नि० पूर्वी खेड़ा गोलापार काठगोदाम हाल गिरजा विहार, कमलुवागांजा, थाना-मुखनी मूल निवासी ग्राम कैथी, थाना मुन्स्यारी जिला पिथौरागढ़ उम्र 36 वर्ष। मुकदमे का विवरणः मु०अ०स०-150/23, धारा 420/467/468 भादवि0, थाना काठगोदाम।
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