यहां पोस्टमार्टम के बाद भी जिंदा हुआ मृतक, चिता पर चलने लगी सांसें, कई डॉक्टर सस्पेंड

Join WhatsApp Group
ख़बर शेयर करें

यहां पोस्टमार्टम के बाद भी जिंदा हुआ मृतक, चिता पर चलने लगी सांसें, कई डॉक्टर सस्पेंड

राजस्थान के झुंझुनू में बेहद हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक व्यक्ति को पोस्टमार्टम के बाद मृत घोषित कर, उसके शव को चार घंटे तक डीप फ्रीज में रख दिया गया। लेकिन जब अंतिम संस्कार के लिए शव दिया गया तो उस मृत व्यक्ति की सांसें चलती हुई दिखाई दीं, जिससे मौके पर हड़कंप मच गया। इस मामले में लापरवाही बरतने वाले तीन डॉक्टरों को सस्पेंड कर दिया गया है।

झुंझुनू के बग्गड़ में रोहिताश नाम का एक दिव्यांग और मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति मां सेवा संस्थान में रह रहा था। गुरुवार की सुबह बेहोशी की हालत में उसे इलाज के लिए सरकारी बीडीके अस्पताल की इमरजेंसी में लाया गया था, जहां डॉक्टर ने रोहिताश को मृत घोषित मृत घोषित कर दिया। उसके बाद शव को बीडीके अस्पताल की मोर्चरी में शिफ्ट करवा दिया गया। करीब दो घंटे बाद शव का पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार के लिए संस्थान को सुपुर्द किया गया था।

यह भी पढ़ें 👉  बड़ी खबर : सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की खनन मामले में उड़ रही धज्जियां, हाईकोर्ट व वन पर्यावरण मंत्रालय के आदेश भी किए दरकिनार

बताया जा रहा है कि अंतिम संस्कार पर ले जाने के दौरान मृत रोहिताश जिंदा हो गया। आनन-फानन में रोहिताश को जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी मौत हो गई। फिलहाल शव को अस्पताल के मोर्चरी में रखा गया है। इस हैरतअंगेज घटना की सूचना पर सरकार ने तहसीलदार ओर बगड़ थानाधिकारी को जांच के लिए अस्पताल भेजा। अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों को घुमा दिया गया था। जिला कलक्टर रामवतार मीणा ने इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए स्वास्थ्य विभाग को पूरी रिपोर्ट भेजी, जहां देर रात सरकार ने दोषी डाक्टरों पर एक्शन लिया है।

यह भी पढ़ें 👉  यहां फैक्ट्री में गैस रिसाव से 03 लोगों की मौत, कई लोग अस्पताल में भर्ती

जिला कलक्टर की रिपोर्ट के बाद तीन डॉक्टरों पर कार्रवाई की गई है। बीडीके अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप पचार, डॉ. योगेश जाखड़ और डॉ. नवनीत मील को सस्पेंड किया गया है। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त शासन सचिव की ओर से आदेश जारी कर दिए गए हैं। निलंबन काल में डॉ. संदीप पचार का मुख्यालय सीएमएचओ ऑफिस जैसलमेर, डॉ. योगेश जाखड़ का मुख्यालय सीएमएचओ ऑफिस बाड़मेर जैसे सरहदी इलाकों में सजा के रूप में किया गया है। जबकि डॉ. नवनीत मील का निलंबन काल के दौरान मुख्यालय सीएमएचओ ऑफिस जालोर रहेगा। इसके साथ ही बीडीके अस्पताल के पीएमओ सहित तीनों डॉक्टरों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।