हल्द्वानी बनभूलपुरा हिंसा प्रशासनिक चूक का नतीजा : सीपीआईएम नेता वृंदा करात

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हल्द्वानी बनभूलपुरा हिंसा प्रशासनिक चूक का नतीजा : सीपीआईएम नेता वृंदा करात

हल्द्वानी। पूर्व सांसद एवं भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की पोलित ब्यूरो सदस्य वृंदा करात ने कहा कि हल्द्वानी बनभूलपुरा में हुई हिंसा प्रशासनिक चूक का नतीजा है। अगर प्रशासन ने समझदारी से काम लिया होता है तो इतनी बड़ी हिंसा नहीं होती। पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। साथ ही उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए जो इस पूरे प्रकरण के लिए जिम्मेदार है।
भाकपा (एम) पोलित ब्यूरो सदस्य वृंदा करात बुधवार को हल्द्वानी के बनभूलपुरा पहुंची और उन्होंने क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने हिंसा में मारे गए मृतक के परिजनों से भी मुलाकात कर शोक संतप्त परिजनों को ढांढस बंधाया। साथ ही उन्होंने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करी। उन्होंने हिंसा में आरोप में पकड़ी गई बुजुर्ग महिला व एक अन्य महिला को तुरंत रिहा करने की मांग की। उन्होंने पूरी घटना को प्रशासनिक चूक का नतीजा बताया। इस घटना को सांप्रदायिक हिंसा कहना गलत होगा। हादसे में जो लोग घायल हुए हैं, उनकी उनके प्रति संवेदनाएं हैं।
बुधवार को सीपीआईएम पोलित ब्यूरो की सदस्य एवं पूर्व सांसद वृंदा करात ने बनभूलपुरा पहुंची। उन्होंने हिंसा के प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उनका दर्द सुना। हिंसा में मारे गए छह लोगों के परिजनों से भी उन्होंने मुलाकात की। सीपीआईएम नेता ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करने की बता कही। उन्होंने कहा कि जो घटना हुई है वह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने जब हिंसा हुई तब स्थानीय लोगों ने भी पुलिस और मीडिया कर्मियों की सुरक्षा की। पुलिस ने भी कई लोगों को बचाया। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों ने उन्हें वीडिया फुटेज दिखाए हैं जिसमें कुछ लोग आगजनी करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इन लोगों की गिरफ्तारी करना तो दूर एफआईआर तक पुलिस ने नहीं की है। उन्होंने वनभूलपुरा थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी को पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही जो इस तरह की जघन्य अपराध के लिए जिम्मेदार हैं। सीपीआईएम ने वृंदा करात ने कहा कि वह इस संबंध में दिल्ली पहुंच कर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और राज्यपाल को पत्र प्रेषित करेंगी। उन्होंने कहा कि हिंसा के आरोप में एक वृद्धा को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही उस महिला को भी आरोपी बनाया गया है जिसका एक साल का बच्चा है। उन्होंने इन दोनों महिलाओं को रिहा करने की बात कही। इस दौरान कैलाश पांडे, केंद्रीय कमेटी सदस्य बीजू कृष्णन, लेखराज, महेंद्र जखमोला, राजेंद्र नेगी आदि मौजूद थे।