गोविन्द बल्लभ पन्त कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय पन्तनगर, जिला- ऊधमसिंह नगर (उत्तराखण्ड) के 115वाँ अखिल किसान मेले के अवसर पर महिला सशक्तिकरण गोष्ठी का आयोजन
गोविन्द बल्लभ पन्त कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय पन्तनगर, जिला- ऊधमसिंह नगर (उत्तराखण्ड) के 115वाँ अखिल किसान मेले के अवसर पर महिला सशक्तिकरण गोष्ठी का आयोजन
रिपोर्ट- एस. के. श्रीवास्तव
पंतनगर। 9 मार्च 2024। 115वाँ अखिल किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी के अवसर पर आज विश्वविद्यालय के गांधी हाल में महिला सशक्तिकरण गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि उत्तराखण्ड कृषि आयोग के उपाध्यक्ष श्री राजपाल सिंह, विशिष्ट अतिथि उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति डा. ओ.पी.एस. नेगी, विश्वविद्यालय के कुलपति डा. मनमोहन सिंह चौहान, निदेशक प्रसार शिक्षा डा. जितेन्द्र क्वात्रा एवं निदेशक शोध डा. ए.एस. नैन मंचासीन थे। अपने संबोधन में मुख्य अतिथि श्री राजपाल सिंह ने कहा किसान मेले में आकर उन्हें अलग ही अनुभूति प्राप्त होती है क्योंकि पन्तनगर विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों की नयी सोच एवं परिश्रम से विकसित नई-नई तकनीकों का प्रदर्शन इस मेले में किया जाता है। उन्होंने बताया कि अलग-अलग राज्यों से किसान पन्तनगर बीजों को लेने आते है। विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों की अथक प्रयासों से ही देश में हरित क्रांति की शुरूआत हुई और वैज्ञानिकों द्वारा विभिन्न प्रजातियों के बीज, नवीन तकनीक विकसित कर देष के किसानों तक पहुंचाया गया। उन्होंने कहा कि किसानों को जैविक खेती करनी चाहिए जिससे पानी की बचत हो सके। विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को गोष्ठी के माध्यम से इसके प्रति जागरूक किया जाना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि पहाड़ी क्षेत्र में पलायन को रोकने हेतु कृषक महिलाओं की भागीदारी जरूरी है, जिससे वे कृषि के साथ-साथ अन्य उत्पादों के बारे में भी जागरूक किया जा सके। उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण हेतु कई योजनाएं चलायी जा रहीं हैं जिसका लाभ लेकर महिलाएँ अपनी आय में वृद्धि कर सकती है। विषिष्ट अतिथि डा. नेगी ने देश की महिलाओं को शिवशक्ति का संयोग बताया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में 64 प्रतिषत कृषक महिला हैं और उनका योगदान 84 प्रतिशत है। उन्होंने कृषि में महिलाओं की भूमिका पूर्व से ही रही है। उन्होंने विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों को मोटे की प्रजाति विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों को किसानों हेतु अच्छी उपज वाले बीजों का निमार्ण किया जाना चाहिए जिससे पहाड़ के किसान उन बीजों से असानी से उन्नत फसल प्राप्त कर सके। कुलपति डा. मनमोहन सिंह चौहान ने महिला सशक्तिकरण पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि महिलाएं घर की समस्त जिम्मेदारी के अलावा परिवार के दायित्वों का भी निर्वहन करती हैं और हर महिला में कुछ न कुछ करने की जिज्ञासा रहती है। गांधी हाल में उपस्थित स्वयं सहायता समूह की महिलाएं इसका उदाहरण है। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता की महिलाऐं एक टीम के रूप में संगठित होकर कार्य करती है जिससे उनकी आमदनी में बढ़ोत्तरी होती है। उन्होंने बताया कि वैज्ञानिक जागरूकता के अभाव में किसान अपने स्वास्थ्य को खतरे में डाल रहा है, जिसके लिए विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा गोष्ठी के माध्यम से किसानों को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि महिला विभिन्न उत्पादों के पोषक तत्वों एवं उनके गुणों के बारे में जागरूक होगी तो परिवार कोई भी सदस्य बीमार नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि मोटे अनाजों के उपयोग से मानव स्वास्थ्य में कोई भी समस्या एवं बीमारी नहीं होती है। इसके साथ ही स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं में श्रीमती बिन्दुवासनी, श्रीमती जानकी गोस्वामी एवं सुश्री जैनु मेहरा ने अपने-अपने क्षेत्र के सफल अनुभवों को साझा किया। पहाड़ के दूर-दराज छोटे-छोटे कस्बे में स्थानीय उत्पाद को बिक्री हेतु लाया जाता है परन्तु कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था न होने के कारण उनके उत्पाद खराब हो जाते हैं, जिससे उनका सही मूल्य नहीं प्राप्त होता है। उन्होंने मुख्य अतिथि श्री राजपाल से ऐसे स्थानों पर कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था करने का अनुरोध किया जिससे वहां के किसान अपने उत्पादों को एकत्र करे और ट्रकों में भर कर बाजार में भेजा जाये और उन्हें उत्पादों का सही दाम मिल सके। कुलपति ने उत्तराखण्ड मुक्त विष्वविद्यालय के साथ एक एमओयू हस्ताक्षर करने की भी बात कही। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर कार्य करने पर जोर दिया। महिलाओं को सफाई पर विषेष ध्यान दें एवं बच्चों को पढ़ने हेतु अवश्य स्कूल भेजे।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में डा. जितेन्द्र क्वात्रा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम के अन्त में डा. ए.एस. नैन ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर कुलसचिव, अधिष्ठाता, निदेशकगण, संकाय सदस्य, बायोटेक भवन, हल्दी के निदेशक डा. संजय कुमार, विद्यार्थी एवं अधिक संख्या में महिला किसान उपस्थित थे।
फोटो परिचय-1, गोष्ठी में संबोधित करते मुख्य अतिथि श्री राजपाल सिंह।
फोटो परिचय-2, किसान मेले में महिला सषक्तिकरण स्टाल का अवलोकन करते अतिथिगण।
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