लालकुआँ में घरेलू रसोई गैस की भारी किल्लत, उपभोक्ता परेशान कालाबारियों की चाँदी

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लालकुआँ में घरेलू रसोई गैस की भारी किल्लत, उपभोक्ता परेशान कालाबारियों की चाँदी

लालकुआँ। लालकुऑं समेत आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में रसोई गैस की भारी किल्लत से उपभोक्ता परेशान हैं और खाना बनाने के लिए गैस उपभोक्ताओं को लकड़ियों पर खाना बनाना पड़ रहा है। कड़कड़ाती सर्दी में गैस की आपूर्ति ना होने से उपभोक्ताओं में हाहाकार मचा हुआ है। लोगों को लगभग दो सप्ताह से रसोई गैस सिलेंडर उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। जिसके चलते उपभोक्ताओं को गैस सिलेंडर कालाबजारियों से अधिक दामों पर खरीदना पड़ रहा है।
बताते चलें कि लालकुआँ स्थित सुरूचि इण्डेन गैस एजेंसी में हुई सिलेंडरों की गड़बड़ी के बाद से इण्डेन कम्पनी द्वारा एजेंसी की गैस सिलेंडर की आपूर्ति बंद कर दी गई है जिसके बाद से कम्पनी ने क्षेत्रीय उपभोक्ताओं को गैस सिलेंडर उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी गोरापढ़ाव की आशीर्वाद और नगला की राधे-राधे इण्डेन गैस एजेंसी को सौंपा दी है। लेकिन उक्त एजेंसियों के द्वारा भी उपभोक्ताओं को समय पर रसोई गैस सिलेंडरों की आपूर्ति नहीं की जा रही है जिससे गैस उपभोक्ता काफी परेशान हैं और खाली गैस सिलेंडर लेकर इधर-उधर भटक रहे हैं। जिसका भरपूर फायदा गैस की कालाबाजारी का धंधा करने वाले लोग उठा रहे हैं।
बताते चलें कि लालकुआँ की सुरूचि इण्डेन गैस एजेंसी में लगभग अठारह हजार उपभोक्ता जुड़े हुए हैं जिसमें लालकुआँ, मोतीनगर, बेरीपढ़ाव, हल्दूचौड़ व
बिन्दुखत्ता के गैस उपभोक्ता शामिल हैं। इन उपभोक्ताओं को सुरूचि इंडिन गैस एजेंसी गैस सिलेंडर डिलीवरी करती रही है लेकिन बीते दिनों लोगों की शिकायत पर कम्पनी द्वारा कि गई कार्रवाई में एजेंसी में गैस सिलेंडरों में पाई गई गड़बड़ी के बाद कम्पनी ने सुरूचि इण्डेन गैस एजेंसी की सप्लाई पर पूरी तरह से रोक लगा दी जिसके बाद से क्षेत्र में रसोई गैस सिलेंडरों की भारी किल्लत पैदा हो रही है। उपभोक्ताओं को एक-दो सप्ताह से गैस सिलेंडर उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। जिसके चलते परेशान गैस उपभोक्ता लकड़ियों से चूल्हे का उपयोग कर खाना बनाने को मजबूर हैं।
क्षेत्रीय रसोई गैस उपभोक्ताओं ने बताया कि वे पिछले एक सप्ताह से खाली गैस सिलेंडर लेकर गैस भरवाने के लिए एजेंसी से लेकर गोदाम तक के चक्कर काट रहे हैं लेकिन उन्हें गैस नहीं मिल पा रही है। साथ ही जिन एजेंसियों को कम्पनी ने गैस बांटने की जिम्मेदारी सौंपी है वह भी केवल खाना पूर्ति करती दिखाई दे रही हैं। ऐसे में उन्हें दो वक्त का खाना बनाने के लिए इधर-उधर से लकड़ियों का इंतजाम कर चूल्हे पर खाना पकाना पड़ रहा है।
वहीं नैनीताल के जिला पूर्ति अधिकारी मोहित कठायत ने बताया कि बीते दिनों हुई ट्रक ड्राइवरों की हड़ताल के चलते भी व्यवस्था लड़खड़ा गई है जिसके चलते गैस उपलब्ध नहीं हो पा रही है। एक-दो दिन में समस्या सामान्य हो जाएगी और गैस की किल्लत को भी दूर कर दिया जाएगा।
बहरहाल लालकुआँ स्थित सुरूचि इण्डेन गैस एजेंसी की इण्डेन कम्पनी द्वारा गैस आपूर्ति बंद किए जाने के बाद से इससे जुड़े लालकुआँ समेत आसपास के लगभग अठारह हजार उपभोक्ता रसोई गैस की किल्लत से जूझ रहे हैं। वहीं इसका भरपूर फायदा उठाते हुए रसोई गैस सिलेंडरों की कालाबाजारी करने वालों की चांदी कट रही है और उनके द्वारा ठेलों, ढाबों और होटलों पर धड़ल्ले के साथ घरेलू रसोई गैस सिलेंडरों की आपूर्ति मनचाही कीमत पर की जाती देखी जा सकती है।
ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि जब गैस उपभोक्ताओं को कई-कई दिन तक घरेलू रसोई गैस सिलेंडर नहीं मिल पा रहे हैं तो गैस सिलेंडरों की कालाबाजारी करने वालों के पास सिलेंडर बड़ी आसानी से और बड़ी मात्रा में कैसे उपलब्ध हैं।