पूर्व विधायक सुरेश राठौड़ भाजपा से निष्कासित, अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी आचरण को देखते हुए लिया निर्णय



पूर्व विधायक सुरेश राठौड़ भाजपा से निष्कासित, अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी आचरण को देखते हुए लिया निर्णय
भारतीय जनता पार्टी ने अपने पूर्व विधायक सुरेश राठौड़ को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। यह कार्रवाई पार्टी की अनुशासन समिति द्वारा की गई है। भाजपा की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सुरेश राठौड़ के अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी आचरण को गंभीरता से लेते हुए यह निर्णय लिया गया है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता विनोद सुयाल ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पार्टी में ऐसे किसी भी व्यक्ति के लिए कोई स्थान नहीं है, जो मर्यादाओं का उल्लंघन करता है या संगठन की छवि को नुकसान पहुंचाता है। उन्होंने कहा कि भाजपा एक अनुशासित पार्टी है और पार्टी की नीतियों, सिद्धांतों एवं सार्वजनिक जीवन की मर्यादाओं का पालन करना हर कार्यकर्ता की जिम्मेदारी है। जो भी इन मूल्यों के खिलाफ जाता है, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाती है। पूर्व विधायक सुरेश राठौड़ पिछले कुछ समय से अपनी कथित दूसरी शादी को लेकर सुर्खियों में बने हुए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उनके ऊपर आरोप था कि उन्होंने दूसरी शादी की है, जिसकी जानकारी उन्होंने पार्टी और सार्वजनिक तौर पर नहीं दी थी। इस मुद्दे ने राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर काफी चर्चा बटोरी थी।
इस विवाद के सामने आने के बाद भाजपा ने सुरेश राठौड़ को कारण बताओ नोटिस जारी किया था, जिसमें उनसे जवाब मांगा गया था कि आखिर उन्होंने पार्टी की छवि को धूमिल करने वाला ऐसा आचरण क्यों किया। साथ ही यह भी आरोप था कि उन्होंने कुछ मौकों पर सार्वजनिक तौर पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, जिससे पार्टी की छवि को ठेस पहुंची। पार्टी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए राठौड़ के खिलाफ अनुशासनात्मक जांच शुरू की और अंततः उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया गया। इस निष्कासन के बाद राठौड़ अब भाजपा से किसी भी प्रकार का राजनीतिक या सांगठनिक जुड़ाव नहीं रख सकेंगे।
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