पूर्व भाजपा विधायक राजेश शुक्ला ने लगाया किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ पर सिरौली कलां के मुद्दे पर गलत बयानबाजी कर अल्पसंख्यकों को गुमराह कर भाजपा सरकार के खिलाफ बरगलाने का आरोप

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पूर्व भाजपा विधायक राजेश शुक्ला ने लगाया किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ पर सिरौली कलां के मुद्दे पर गलत बयानबाजी कर अल्पसंख्यकों को गुमराह कर भाजपा सरकार के खिलाफ बरगलाने का आरोप

रिपोर्ट- ऐजाज जर्नलिस्ट

लालकुआं। पूर्व भाजपा विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ सिरौली कलां के मुद्दे पर झूठ एवं गलत बयानबाजी कर अल्पसंख्यकों को गुमराह कर भाजपा सरकार के खिलाफ बरगलाने का काम कर रहे हैं।
पूर्व विधायक शुक्ला ने कहा कि हल्द्वानी विधानसभा क्षेत्र में किच्छा क्षेत्र शामिल रहा है, उत्तर प्रदेश के समय से 2012 तक तिलकराज बेहड़ कई बार इस क्षेत्र के विधायक रहते हुए मंत्री बने, लेकिन उन्होंने कोई नगर पालिका या नगर पंचायत का गठन नहीं कराया, न ही किच्छा में आसपास के क्षेत्र शामिल कराए, न ही किच्छा को परगना बना पाए, न ही मुंसिफ कोर्ट स्थापित करा पाए, न ही डिग्री कॉलेज बना पाए और न ही किच्छा में हाईटेक बस अड्डा बन पाए।

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पूर्व विधायक राजेश शुकला ने कहा जिस सिरौली कलां का अब वो राग अलाप रहे हैं उसे किच्छा में शामिल करने का काम भाजपा ने किया और उसके विरुद्ध जब आपत्तियां मांगी गई किसी भी भाजपाई ने नहीं बल्कि कांग्रेसियों ने ही किच्छा में शामिल करने पर आपत्ति दी है, जो रिकॉर्ड पर है। सरकार ने जब उस आपत्ति पर विचार करके किच्छा में भरी जनसभा में सिरौली कलां को अलग नगर पंचायत बनाने की घोषणा की तो तिलकराज बेहड़ सहित तमाम कांग्रेसियों को सांप सूंघ गया कि जो काम हम नहीं सके वह भाजपा ने कर दिखाया। उस वक्त सिरौली कलां वासियों ने सरकार के इस कार्य से खुश होकर मौजूदा विधायक होने के नाते मेरा तहेदिल से जोरदार स्वागत किया और बाकायदा वहां कार्यालय खोला गया। जिसके बाद सिरौली कलां का विकास होने लगा।

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ऐसे में कांग्रेसियों को लगा कि नगर पंचायत के चुनाव होने पर यहां से कोई मुस्लिम ही चेयरमैन बनेगा और मुस्लिम नेतृत्व उभरेगा। इससे भयभीत कांग्रेसियों को लगा कि कांग्रेस तो मुस्लिम मतदाताओं का तुष्टिकरण कर वोट लेती है और भाजपा के नाम से डराकर वोट बैंक बनाती है, यदि यहां मुस्लिम समुदाय का चेयरमैन बना तो भविष्य में वह विधायक का दावेदार हो सकता है, इसी डर से कांग्रेसियों ने अपने कुछ गुर्गों से नगर पंचायत को चैलेंज कराया तथा प्रक्रिया में हुई मानवीय त्रुटि को आधार बनाकर नगर पंचायत का गठन कोर्ट से रूकवा दिया गया।

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पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि अब सिरौली कलां के मुस्लिम यह चाहते थे कि सिरौली कलां को किच्छा से अलग कर वे अपना मुस्तकविल खुद तय करेंगे, ऐसे में कांग्रेसियों ने षड़यंत्र पूर्वक सिरौली कला को अलग कराने का स्टे कर दिया इससे सिरौली कलां का विकास प्रभावित होगा।