फर्जी हस्ताक्षर कर अकाउंट क्लर्क ने अपने जानकारों को जारी किए लाखों के चेक, पुलिस ने किया गिरफ्तार

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फर्जी हस्ताक्षर कर अकाउंट क्लर्क ने अपने जानकारों को जारी किए लाखों के चेक, पुलिस ने किया गिरफ्तार

देहरादून। कोटद्वार नगर निगम में एक करोड़ से अधिक धनराशि के गबन के आरोपी वरिष्ठ सहायक व तत्कालीन अकाउंट क्लर्क पंकज रावत को बुधवार शाम पुलिस ने कोटद्वार से गिरफ्तार कर लिया। इधर शहरी विकास निदेशालय ने भी पंकज के खिलाफ आरोप पत्र जारी किया है। आरोप पत्र में पंकज रावत को 15 दिन के भीतर जवाब दाखिल करने के निर्देश दिए गए हैं। अभी तक पंकज रावत फरार चल रहा था। लगातार प्रयासों के बाद भी गिरफ्तारी न होने पर पुलिस द्वारा पंकज रावत पर दस हजार का इनाम घोषित किया गया था।

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बताते चलें कि कोटद्वार नगर निगम के वरिष्ठ सहायक व तत्कालीन अकाउंट क्लर्क पंकज रावत ने सरकारी दस्तावेजों में छेड़छाड़ कर लाखों की धनराशि के बैंक चेक अपने जानकारों को जारी कर दिए थे। जारी चेकों में नगर आयुक्त व कोषाधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर किए गए थे। बीते अक्टूबर माह में तत्कालीन नगर आयुक्त किशन सिंह नेगी ने 23.49 लाख की धनराशि के गबन के संबंध में पंकज रावत सहित महिला ठेकेदार सुमिता रावत के खिलाफ नामजद तहरीर दी थी, जिसके बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू। बीते आठ दिसंबर को पुलिस ने मामले में महिला ठेकेदार सुमिता रावत के साथ ही पार्षद कुलदीप सिंह को गिरफ्तार कर लिया। जबकि पंकज रावत फरार चल रहा था। कोतवाली प्रभारी विजय सिंह ने बताया कि बुधवार शाम पंकज रावत को गिरफ्तार कर लिया गया। सहायक अभियोजन अधिकारी यजुवेंद्र रावत ने बताया कि पंकज रावत को अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अनीता गुंज्याल की अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।

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इधर बुधवार को नगर निगम कार्यालय में शहरी निदेशालय की ओर से पंकज रावत के खिलाफ जारी आरोप पत्र भी पहुंच गया। आरोप पत्र में पंकज रावत पर 23.49 लाख की सरकारी धनराशि के गबन के साथ ही 3.46 लाख की टीडीएस धनराशि के गबन का आरोप है। निदेशालय से जारी आरोप पत्र में पंकज रावत को 15 दिनों के भीतर जवाब देने को कहा गया है।विदित हो कि 12 दिसंबर को तत्कालीन नगर आयुक्त किशन सिंह नेगी की ओर से पंकज रावत सहित छह ठेकेदारों के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी गई। तहरीर में इन सभी पर अलग-अलग चेकों के माध्यम से 96,34,860 लाख रुपए की धनराशि के गबन का आरोप लगाया गया है। पुलिस द्वारा तहरीर के आधार पर आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर दिया गया।