घटते दुग्ध उर्पाजन को बढ़ाने को लेकर निदेशक डेरी विकास संजय कुमार ने लालकुआं में बैठक कर किया विचार मंथन

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घटते दुग्ध उर्पाजन को बढ़ाने को लेकर निदेशक डेरी विकास ने लालकुआं में बैठक कर किया विचार मंथन

लालकुआं। दुग्ध उर्पाजन बढ़ाये जाने को लेकर निदेशक डेरी विकास संजय कुमार द्वारा राज्य के समस्त जनपदीय अधिकारियों को दुग्ध विकास कार्यक्रमों को और अधिक सशक्त किये जाने पर बल देते हुए जनपदवार दुग्ध उर्पाजन बढ़ाये जाने को लेकर की गहन समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किये गये। उन्होंने कहा कि लालकुआं में जल्द ही एक लाख लीटर क्षमता का आधुनिक प्लान्ट का निर्माण किया जायेगा ।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सहकारी डेरी प्रशिक्षण संस्थान लालकुआं में पूरे प्रदेश के दुग्ध संघों के यूनिट हेड व जनपदीय सहायक निदेशकों के साथ निदेशक डेरी विकास उत्तराखण्ड संजय कुमार खेतवाल द्वारा राज्य में घटते दुग्ध उर्पाजन को लेकर 4 घन्टे तक गहन विचार विर्मश कर बैठक में विस्तृत चर्चा कर कहा कि सरकार द्वारा दुग्ध उत्पादकों को कम लागत पर अधिक दुग्ध उर्पाजन बढ़ाये जाने को लेकर राज्य सरकार द्वारा दुग्ध विकास के माध्यम से विभिन्न योजनाए चलाई जा रही हैं जिनमें मुख्यतः दुग्ध मूल्य प्रोत्साहन योजना अन्तर्गत क्रय दर के अतरिक्त प्रतिलीटर 04 रू0 का प्रोत्साहन दिया जा रहा है। बढ़ते चारे की दरों को दृष्टिगत रखते हुए पशु पोषण सर्वधन योजना अन्तर्गत पशु आहार में मैदानी हेतु प्रतिकिग्रा 4 रू0 और पर्वतीय क्षेत्र में 6 रू0 प्रति किग्रा का अनुुदान दुग्ध उत्पादकों को दिया जा रहा है। साथ ही भूसे की कमी को दृष्टिगत रखते हुए भूसे में निर्धारित दरों के अतिरिक्त 50 प्रतिशत का अनुदान दिये जा रहा है। इसके अतिरिक्त साइलेज व मिनरल मिक्सर में भी अनुदान दिया जा रहा है। जो अनुदान दुग्ध उत्पादकों को डीबीटी के माध्यम से उनके बैंक खातो में भेजा जा रहा है।
इसके साथ ही राज्य में दुग्ध उर्पाजन बढ़ाये जाने को लेकर जनपदवार राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना (एनसीडीसी) में दुग्ध उत्पादकों को दुधारू पशु क्रय किये जाने पर सामान्य वर्ग को 50 प्रतिषत महिलाओं एवं अनुसूचित वर्ग के लाभार्थियों को 75 प्रतिशत अनुदान में ऋण उपलबध कराया जा रहा है।
निदेशक डेरी विकास उत्तराखण्ड संजय कुमार ने बताया कि लालकुआं में बनने जा रहे हाईटक दुग्धशाला हेतु पूर्व आंगणन में संशोधन कर पूनः आंगणन कर 82 करोड़ की योजना दुबारा भारत सरकार को प्रेषित की गई है जिसकी वित्तीय स्वीकृत प्राप्त हेतु ही लालकुआं में 1 लाख लीटर क्षमता का हाईटेक दुग्धशाला का निर्माण कार्य प्रारम्भ कर दिया जायेगा।
बैठक में उत्तराखण्ड सहकारी डेरी फैडरेशन के प्रशासक मुकेश बोरा ने कहा कि कई दुग्ध संघ लम्बे समय से कार्मिकों की समस्या से जुझ रहे दुग्ध संघों की कार्यशैली को बेहतर बनाने व सही प्रबन्धन देने के लिए दुग्ध संघों में योग्य कार्मिकों की शीघ्र पदोन्नति किये जाने की आवश्यकता है। जिस सम्बन्ध में दुग्ध संघ व फैडरेशन स्तर जो प्रस्ताव डेरी विकास व शासन को प्रेषित किये गये हैं उन प्रस्तावों पर शीघ्र कार्यवाही हेतु त्वरित कार्यवाही किये जाने की आवश्यकता है। इसके साथ ही श्री बोरा ने कहा कि दुग्ध संघों में वर्तमान में अधिकांश कार्मिक आउटसोर्स के माध्यम से कार्यरत है उन कार्मिकों को बेहतर कार्यक्षमता विकसित किये जाने हेतु समान कार्य समान वेतनमान हो।
बैठक में यूसीडीएफ के जीएम डा0 एचएस कुटौला, जीएम आपरेशन यूसीडीएफ डा0 मोहन चन्द्र, उपसामान्य प्रबन्धक इंजी आरएम तिवारी, नैनीताल दुग्ध संघ के जीएम निर्भय नारायण सिंह, देहरादून से नरेन्द्र सिंह डूगरियाल, पशुआहार निर्माणशाला से राजेन्द्र सिंह चौहान, दुग्ध संघ उधमसिंह नगर से डा0 प्रेम नागपाल, अल्मोड़ा से राजेश मेहता, पिथौरागढ़ से एचसी आर्या, चम्पावत से पीएस नगरकोटी, चमोली से अरूण टम्टा, श्रीनगर से जीएस मौर्या, हरिद्वार से सक्षम श्रीवास्तव व प्रभारी अधिकारी प्रशिक्षण संस्थान लालकुआं डा0 कुमार अजीत समेत प्रभारी विवरण संजय भाकुनी, तथा उपनिदेशक डेरी विकास संजय उपाध्याय, डीपी सिंह समस्त जनपदीय अधिकारी उपस्थित रहे।