डेंगू का डंक : नैनीताल जिले में लालकुआं समेत ये सात जगह हैं सबसे ज्यादा संवेदनशील

Join WhatsApp Group
ख़बर शेयर करें

डेंगू का डंक : नैनीताल जिले में लालकुआं समेत ये सात जगह हैं सबसे ज्यादा संवेदनशील

हल्द्वानी। मानसून सीजन आते ही डेंगू का खौफ जनपद भर के लोगों को सताने लगता है। नैनीताल जिले में डेंगू का एक भी मरीज फिलहाल सामने नहीं आया है लेकिन आने वाले समय में ये आंकड़े ऐसे ही रहेंगे, ऐसा नहीं कहा जा सकता है।

पिछले कई वर्षों से डेंगू के डंक से जूझ रहे स्वास्थ्य विभाग और निकाय इस तथ्य को समझता है इसलिए वह डेंगू के खौफ से मुक्ति पाने के बारे में योजना बनाकर बैठा है।स्वास्थ्य विभाग ने उन तमाम स्थानों को चिन्हित किया है जहां डेंगू मच्छर पैदा होने की आशंका सबसे ज्यादा है। इस योजना के के तहत स्वास्थ्य विभाग ने जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में तीन और शहरी क्षेत्र में चार ऐसे स्थान चिन्हित किए हैं जिन्हें डेंगू के दृष्टि से अति संवेदनशील कहा जा सकता है। इन इलाकों में स्वास्थ्य विभाग और निकाय जागरूकता और सफाई अभियान चलाने की स्ट्रेटजी पर काम कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें 👉  बड़ी खबर : सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की खनन मामले में उड़ रही धज्जियां, हाईकोर्ट व वन पर्यावरण मंत्रालय के आदेश भी किए दरकिनार

इसके अलावा चिकित्सालयों में भी आवश्यक व्यवस्था की गई है। बीते वर्षों में डेंगू का असर शहरी क्षेत्र में ज्यादा देखा गया है। इन हॉट स्पाट्स में हल्द्वानी, रामनगर, कालाढूंगी, लालकुआं के शहरी क्षेत्र को शामिल किया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में बैलपड़ाव, कोटाबाग और बिंदुखत्ता क्षेत्र शामिल हैं।

इन स्थानों पर कई दिनों से स्वास्थ्य व नगर निकाय लोगों को डेंगू के प्रति जागरूक कर रहे हैं। इस काम में 20 वॉलंटियर और 582 आशाओं को लगाया गया है।वहीं हल्द्वानी में पिछले साल आए डेंगू के मरीजों के आधार पर राजपुरा, गौजाजाली, हाइडिल गेट और गौलापार के बागजाला को सबसे ज्यादा संवेदनशील माना गया है। इनके साथ ही नगर निगम के तहत अन्य क्षेत्रों में भी डेंगू के खतरे को देखते हुए निगम अभियान चला रहा है। वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी के मुताबिक अभी तक निगम के 60 में से 54 वार्डों में लार्वा सीडर का छिड़काव किया जा चुका है।

यह भी पढ़ें 👉  यहां फैक्ट्री में गैस रिसाव से 03 लोगों की मौत, कई लोग अस्पताल में भर्ती

नैनीताल जिले में एक साल में डेंगू के मरीज लगभग चार गुना तक बढ़ गए। वर्ष 2022 मे जहां 236 लोगों को डेंगू के मच्छर ने डंक मारा था। वहीं बीते साल 2023 में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़कर 836 हो गई। अब स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू के मामलों पर अंकुश लगाने के लिए पहले ही हॉटस्पॉट चिह्नित किए हैं।

यह भी पढ़ें 👉  एसएसपी के बंगले पर तैनात सिपाही ने खुद को गोली मारकर कर ली आत्महत्या, यहां का निवासी था 37 वर्षीय अमित

फिलहाल लोगों को डेंगू से बचाव के ये उपाय बताए रहे हैं:-

अपने घर या उनके आसपास पानी जमा न होने दें।

मच्छरदानी का उपयोग करें।

कूलर का पानी रोज बदलें।

ऐसे कपड़े पहनें जिनसे शरीर ढका रहे।

पेड़ पौधों के पास जाएं या घर से बाहर निकलें तो जूते मौजे पहनकर निकलें।

पानी की टंकी को ढककर रखें।

ठहरे हुए पानी में लार्वानाशक दवाइयों का छिड़काव करें।

घर के आसपास साफ-सफाई बनाए रखें।

शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने को स्वस्थ खानपान वाली जीवन शैली अपनाएं।