बड़ी खबर : सूदखोरों पर लगेगा गैंगस्टर व सम्पत्ति होगी जब्त, जनपद में कई सूदखोर भी हो चुके हैं चिन्हित
बड़ी खबर : सूदखोरों पर लगेगा गैंगस्टर व सम्पत्ति होगी जब्त, जनपद में कई सूदखोर भी हो चुके हैं चिन्हित
रूद्रपुर। ऊधमसिंह नगर में गरीबों का खून चूस रहे सूदखोरों के लिए बुरी खबर है। पुलिस सूदखोरी को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रही है। उनके खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई होगी साथ ही उनकी सम्पत्ति भी जब्त की जा सकती है।
उधमसिंह नगर जिले में सूदखोरों के आंतक के कई मामले समाने आ चुके हैं। कई लोग परेशान होकर जान भी दे चुके हैं। जसपुर में सूदखोरी के प्रकरण में दर्ज मुकदमे में हुई जांच में सामने आए तथ्यों की रिपोर्ट एसआइटी ने प्रवर्तन निदेशालय को भेज दी है। वहीं आरोपितों की संपत्ति की खरीद फरोख्त रोकने के लिए जिलाधिकारी को भी रिपोर्ट भेज दी गई है। मामले में तीनों आरोपितों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की जा रही है। जिले में एसआइटी की जांच में गरीबों से मनमाना सूद वसूलने में कई नामी-गिरामी लोगों के नाम सामने आए हैं। जिसके बाद एसआइटी जल्द ही उन पर शिकंजा कसने जा रही है।
वहीं सूदखोरों से पीड़ित लोग सूदखोरों की शिकायत के लिए एसपी सिटी के मोबाइल नंबर 9411112742, सीओ खटीमा के फोन नंबर 9411112746 पर कर सकते हैं।
बता दें कि उधमसिंह नगर जनपद के साथ-साथ की अन्य जिलों में सूदखोरी अभिशाप जा बनती जा रही है। वहीं बात करें उधमसिंह नगर जनपद की तो यहां चार वर्ष पूर्व ट्रांजिट कैंप में सूद पर लिया पैसा ना लौटाने पर युवक की बेरहमी से की गई पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद रुद्रपुर के उद्योगपति चिराग अग्रवाल का नाम सामने आने पर पुलिस ने उनके विरुद्ध गैंग्स्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की थी। बाद में जसपुर भी कई मामले सामने आए ऐसे मामले की जांच में चौंकाने वाले तथ्य मिले। जिसको लेकर जनवरी में शासन स्तर से एसआईटी गठित कर ऐसे मामलों की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। फरवरी में डीआईजी स्तर से एसआईटी का गठन किया गया। एसआईटी की जांच में समाने आया कि जसपुर में सूदखोरी में लिप्त सूदखोर ने 14 के करीब बैनामे कराए हैं। इसके पीछे सूद के एवज में लिए गए ब्याज से बड़ा मुनाफा कमाने की बात समाने आई है। जसपुर मामले की जांच के दौरान पता चला है कि रुद्रपुर, किच्छा, खटीमा, सितारगंज, बाजपुर में भी बड़ी संख्या में सूदखोर गरीबों का खून चूसने में लगे हुए हैं। ऐसे लोगों को चिन्हित करने का काम अंतिम चरण में है।
इधर डीआईजी ने तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है, जिसमें एसपी सिटी मनोज कत्याल, सीओ खटीमा विमला रावत, एसओजी प्रभारी संजय पाठक शामिल हैं।
लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -
👉 वॉट्स्ऐप पर हमारे समाचार ग्रुप से जुड़ें
👉 फ़ेसबुक पर जुड़ने हेतु पेज लाइक और फॉलो करें