बड़ी खबर : भू-माफियाओं के आगे वन विभाग बेअसर, बेशकीमती वन भूमि पर हो रहा अवैध कब्जा
बड़ी खबर : भू-माफियाओं के आगे वन विभाग बेअसर, बेशकीमती वन भूमि पर हो रहा अवैध कब्जा
लालकुआँ। लालकुआँ में भू-माफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि वे वन भूमि को कब्जाने और उसका सौदा करने का काम खुलेआम हो रहा है। इस काम में वन विभाग के कर्मचारी भी शामिल बताए जा रहे हैं। हालात ये हैं कि खुलेआम वन भूमि पर कब्जा कर उस पर टीनशैड व लकड़ी की दुकानें और मकान बनाए जा रहे हैं और वन विभाग मूकदर्शक बना हुआ है।लालकुआँ में भू-माफिया बेखौफ हो गए हैं। हालात ये हो चले हैं कि भू-माफिया वन भूमि पर खुलेआम कब्जा कर रहें हैं लेकिन वन विभाग के जिम्मेदार बेखबर हैं या ये सब उनकी मिलीभगत से हो रहा है। बात करें लालकुआँ कि तो यहां हल्द्वानी रोड पर ओवरब्रिज के आसपास और किच्छा की ओर सेंचुरी पेपर मिल के वीआईपी गेट के आसपास भू-माफिया ने नेशनल हाईवे व रेलवे लाइन के मध्य वन विभाग की बेशकीमती भूमि पर कब्जा करना शुरु कर दिया है। अतिक्रमणकारियों द्वारा वन भूमि पर रातों-रात अर्ध कच्चे-पक्के रिहायशी मकान, दुकानें बनाई जा रही हैं। इतना ही नहीं भू-माफियाओं द्वारा बड़े पैमाने पर वन विभाग की भूमि पर कब्जा करके उसे बेचा भी जा रहा है। बताया जा रहा है कि वन विभाग की भूमि को भू-माफियाओं द्वारा खुलेआम बकायदा स्टाम्प पेपर पर लिखित मेंखरीदा-बेचा जा चुका है और वर्तमान में भी वन भूमि को बेचा जा रहा है। भू-माफियाओं को वन भूमि में कब्जा करने के काम में वन विभाग के कई कर्मचारियों की भी मिलीभगत बताई जा रही है। स्थानीय लोगों की मानें तो वन भूमि पर कब्जे का पूरा खेल वन विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत से ही खेला जा रहा है। आलम ये है कि कहीं मंदिर तो कहीं मजार बनाकर निरंतर वन विभाग की भूमि पर कब्जा हो रहा है। लेकिन वन विभाग के जिम्मेदार गहरी नींद में सोए हुए हैं।मिली जानकारी के मुताबिक जिस जमीन पर कब्जा हो रहा है उसमें स्थानीय लोगों के साथ-साथ बड़ी संख्या में बाहरी लोग भी शामिल हैं। जिन्हें स्थानीय छुटभैये नेताओं की शह प्राप्त है। वहीं इस संबंध में जब वन विभाग के अधिकारियों से बात की गई तो उनका कहना है कि वन भूमि में अतिक्रमण किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा और उन्होंने जल्द ही अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाए जाने की बात कही है।
बहरहाल लालकुआँ के आसपास भू-माफिया हरी-भरी वन भूमि पर अवैध कब्जा कर उसे बंजर बनाकर उसकी खरीद फरोख्त में जुटे हुए हैं और ये सिलसिला लगातार बढ़ रहा है लेकिन वन विभाग के जिम्मेदार इससे बेपरवाह बने हुए हैं। हालात ये हैं कि यदि समय रहते वन भूमि पर हो रहे उक्त अवैध कब्जे को रोका नहीं गया तो निश्चित तौर पर आने वाले समय में ये सरकार व वन विभाग के लिए बड़ा सिरदर्द साबित हो सकता है।
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