दशकों बाद रेलवे को याद आया कि जमीन हमारी है, लालकुआँ बंगाली कॉलोनी में गरजी जेसीबी रेलवे ने अपनी ही बनाई चाहरदीवारी ध्वस्त कर हटाया अतिक्रमण…देखिए विडिओ
दशकों बाद रेलवे को याद आया कि जमीन हमारी है, लालकुआँ बंगाली कॉलोनी में गरजी जेसीबी रेलवे ने अपनी ही बनाई चाहरदीवारी ध्वस्त कर हटाया अतिक्रमण…देखिए विडिओ
लालकुऑं। यहां की बंगाली कालोनी में रेलवे की टीम ने एक बार फिर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी। भारी लाव लश्कर के साथ मौके पर जैसे ही रेलवे, प्रशासन और पुलिस की टीम पहुंची लोगों में दहशत का माहौल पैदा हो गया। यहां पहुंचते ही रेलवे की टीम ने अपनी बनाई गई चाहरदीवारी ढहाई जिसके बाद किनारे पर बने तीन कच्चे निर्माण ध्वस्त कर दिये। रेलवे ने जैसे ही अतिक्रमण हटाना शुरू किया वैसे ही अवैध कब्जेदारों में हड़कंप मच गया। लोगों ने खुद ही अपना सामान समेटना शुरू कर दिया।
लालकुऑं स्थित बंगाली कालोनी की रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण का मामला दशकों साल पुराना है। जहां पर समय के साथ साथ लोगों ने कच्चे और फिर पक्के मकान लिये। हालांकि रेलवे द्वारा कई बार कब्जेदारों को हटाने की कवायद की गई लेकिन लोगों के विरोध के चलते अभियान सफल नहीं हो सका।
शुक्रवार को रेलवे और प्रशासन की टीम तहसीलदार मनीषा बिष्ट के नेतृत्व में बंगाली कालोनी पहुंची और अतिक्रमण हटाने की कवायद शुरू कर दी। सुबह से ही टीम मौके पर पहुंच गई और सबसे पहले रेलवे ने अपनी दीवार ढहा दी और उसके बाद किनारे पर ही बने तीन कच्चे निर्माणों को ध्वस्त कर दिया गया। वहीं निर्माण ढहाने से पूर्व ही लोगों ने अपना सामान हटा लिया था। रेलवे की टीम ने पूर्व में अतिक्रमण हटाकर वहां पर अपनी पक्की चाहरदीवारी खड़ी कर दी थी। शुक्रवार को लोगों ने दीवार तोड़ कर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का विरोध भी किया। लोगों का कहना था जब विभाग पूर्व में अपनी सीमा में चाहरदीवारी बना चुका था तो अब पुनः दीवार तोड़कर लोगों को बेघर क्यों किया जा रहा है। क्षेत्रीय लोगों ने अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही को गलत बताया।
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