आखिर अपनी ही सरकार में कोतवाली परिसर में समर्थकों सहित धरने पर क्यों बैठे भाजपा के पूर्व विधायक राजेश शुक्ला



आखिर अपनी ही सरकार में कोतवाली परिसर में समर्थकों सहित धरने पर क्यों बैठे भाजपा के पूर्व विधायक राजेश शुक्ला
किच्छा। भाजपा के पूर्व विधायक राजेश शुक्ला द्वारा गफ्फार खान की तहरीर पर अपराधियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज न किए जाने को लेकर आज किच्छा कोतवाली में धरना-प्रदर्शन किया।
इस दौरान पूर्व विधायक ने कोतवाल से जांच करके नाम दर्ज अपराधियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की। उन्होंने कहा कि गफ्फार खान भाजपा कार्यकर्ता है और उसके द्वारा ग्राम दरऊ में भूमाफियाओं के खिलाफ कार्यवाही करने की पहल की गई है। उसके द्वारा ग्राम दरऊ में लगभग 42 एकड़ भूमि खाली करा करके सरकार के खाते में दर्ज कराई गई है। जिससे कुछ लोग भाजपा कार्यकर्ता गफ्फार खान से इस प्रकरण को लेकर के रंजिश बनाए हुए हैं और भाजपा कार्यकर्ता पर उन अपराधियों के द्वारा हमला किया जा सकता है। उन्होंने कोतवाल से मांग करते हुए कहा कि दी गई तहरीर पर जांच करने के बाद मुकदमा पंजीकृत किया जाए। यदि तहरीर झूठी पाई जाती है तो गफ्फार खान के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करने पर कोई आपत्ति नहीं होगी।
पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि वर्तमान कांग्रेसी विधायक बिना किसी कारण के ही किच्छा कोतवाल का ट्रांसफर करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेसियों द्वारा सरकारी कर्मचारी और सत्तारूढ़ दल के लोगों पर दबाव बनाकर मुकदमा दर्ज कराए जाने की प्रक्रिया को वह बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन निष्पक्ष जांच करके कार्यवाही कर रहा है, ऐसे में कांग्रेस विधायक द्वारा कोतवाल के स्थानांतरण की मांग करना हास्यपद है।
कोतवाली में धरना प्रदर्शन करने वालों में मुख्य रूप से पूर्व मंडल अध्यक्ष मनमोहन सक्सेना, वर्तमान मंडल अध्यक्ष राजेंद्र सिंह उर्फ गोल्डी गोरिया, इफ्तिखार मियां, गफ्फार खान, संजीव खन्ना, पूरन भट्ट, नितिन वाल्मीकि, धनीराम, हरीश सक्सेना आदि के साथ ही भारी संख्या में स्थानीय लोग शामिल थे।
लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -
👉 वॉट्स्ऐप पर हमारे समाचार ग्रुप से जुड़ें
👉 फ़ेसबुक पर जुड़ने हेतु पेज लाइक और फॉलो करें