कृषाय कास्टिंग्स स्लीपर फैक्ट्री में करंट लगने से श्रमिक की दर्दनाक मौत, प्रबंधन पर लगा बड़ी लापरवाही बरतने का आरोप
कृषाय कास्टिंग्स स्लीपर फैक्ट्री में करंट लगने से श्रमिक की दर्दनाक मौत, प्रबंधन पर लगा बड़ी लापरवाही बरतने का आरोप
लालकुआं। यहां कृषाय कास्टिंग्स लिमिटेड स्लीपर फैक्ट्री में करंट लगने से एक श्रमिक की दर्दनाक मौत हो गई है। श्रमिक की मौत से उसके परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। इस मामले में फैक्ट्री प्रबंधन पर सुरक्षा मानकों में बड़ी लापरवाही बरतने के आरोप लगाए जा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक बुधवार की प्रातः बिंदुखत्ता के संजय नगर प्रथम हनुमान मंदिर निवासी भोपाल सिंह कोरंगा उम्र 45 वर्ष स्लीपर फैक्ट्री में ड्यूटी कर रहा था। इसी दौरान भोपाल को अचानक करंट लग गया। आनन-फानन में साथी कर्मचारियों द्वारा उसे हल्द्वानी अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद फैक्ट्री कर्मचारियों में भय व्याप्त है। डरे सहमे हुए कर्मचारियों ने नाम ना छापने की शर्त पर मीडिया को बताया कि कृषाय कास्टिंग्स फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों की पूरी तरह अनदेखी हो रही है। यहां कोई प्रशासनिक अधिकारी जांच करने भी नहीं आता है साथ ही उन्होंने फैक्ट्री प्रबंधन पर श्रमिकों को डरा धमकाकर हेवी काम करवाने का भी आरोप लगाया है। श्रमिकों का कहना है कि रोजी-रोटी के लिए वह फैक्ट्री में काम अवश्य कर रहे हैं लेकिन फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों को पूरी तरह से दरकिनार कर उनसे हेवी काम लिया जाता है। जिसके कारण उन्हें अपनी सुरक्षा को लेकर हर समय चिन्ता बनी रहती है। श्रमिक जब फैक्ट्री प्रबंधन से मानकों का पालन करने को कहते हैं तो वह काम से निकालने की धमकी देने लगते हैं। इधर फैक्ट्री प्रबंधन श्रमिकों द्वारा लगाए गए आरोपों को सिरे से नकार रहा है।
वहीं इस घटना की सूचना पर लालकुआँ कोतवाली के वरिष्ठ उपनिरीक्षक हरेंद्र नेगी और लालकुआँ तहसील के नायब तहसीलदार राजीव कुमार वर्मा ने फैक्ट्री पहुंचकर मौके मुआयना करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है। इस दौरान पुलिस और तहसील की टीम फैक्ट्री में जगह-जगह खुले नंगे बिजली के तार देखकर हैरान रह गई। साथ ही सुरक्षा मानकों में भारी लापरवाही सामने आई। टीम द्वारा फैक्ट्री श्रमिकों से भी बात की गई। नायब तहसीलदार राजीव वर्मा ने बताया कि फैक्ट्री प्रबंधन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। उन्होंने फैक्ट्री के अधिकारियों को फैक्ट्री श्रमिकों के पंजिकृत रजिस्टर को लेकर तहसील में बुलाया है। वहीं इतनी बड़ी घटना के बावजूद मौके पर फैक्ट्री का कोई अधिकारी मौजूद नहीं मिला।
बताते चलें कि लालकुआँ स्थित कृषाय कास्टिंग्स लिमिटेड फैक्ट्री रेलवे के लिए स्लीपर बनाने का काम करती है। उक्त फैक्ट्री प्रबंधन पर अक्सर सुरक्षा मानकों की अनदेखी कर श्रमिकों से हेवी काम कराए जाने के आरोप लगाए जाते रहे हैं बावजूद इसके प्रशासन द्वारा इस फैक्ट्री की जांच करने की कभी जहमत ना करना अपने आप में बड़ा सवाल है। इस मामले में भी फैक्ट्री प्रबंधन की बड़ी लापरवाही बताई जा रही है जिसके चलते एक श्रमिक को आखिरकार अपनी जान गंवानी पड़ी है।
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