लालकुआँ की 25 एकड़ काॅलोनी में युवकों पर जानलेवा हमले में घायल युवक की उपचार के दौरान मौत, कोतवाली में गुस्साए परिजनों और क्षेत्रवासियों का धरना पुलिस ने बामुश्किल कराया शांत

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लालकुआँ की 25 एकड़ काॅलोनी में युवकों पर जानलेवा हमले में घायल युवक की उपचार के दौरान मौत, कोतवाली में गुस्साए परिजनों और क्षेत्रवासियों का धरना पुलिस ने बामुश्किल कराया शांत

लालकुआँ। लालकुऑं कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत 25 एकड़ श्रमिक कॉलोनी निवासी युवक की हुई मौत के बाद आक्रोशित परिजनों और क्षेत्रवासियों ने कोतवाली गेट के बाहर धरना प्रदर्शन किया। परिजनों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए है वहीं परिजनों का कहना है कि मामले में पुलिस ने भले ही तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है लेकिन इस मामले में कई अन्य आरोपी और भी बताए जा रहे है परिजनों ने इन आरोपियों को भी गिरफ्तार किए जाने की मांग की है।
इधर पुलिस का कहना है कि तहरीर के आधार पर नामजद तीन युवकों पर कार्रवाई की गई है फिलहाल मामले जांच की जा रही है।


बताते चले कि 31 जनवरी की सुबह लगभग 11 बजे कोतवाली क्षेत्र के 25 एकड़ श्रमिक कॉलोनी में दो पक्षों के बीच खूनी संघर्ष हो गया जिसमें कुछ युवकों ने विशाल शर्मा और लक्षण चौहान पर जानलेवा हमला कर दिया उक्त हमले में दोनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस दौरान कॉलोनी में अफरा तफरी मच गई। इस बीच स्थानीय लोग पहले दोनों घायल युवकों को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लालकुआँ लेकर आए जहां से उन्हें चिकित्सकों ने हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर कर दिया।
इधर घायल विशाल शर्मा की हालत गंभीर देख सुशीला तिवारी के चिकित्सकों ने उसे बरेली के राममूर्ति अस्पताल भेज दिया। जहां छ: दिन चले इलाज के बाद आज बुधवार सुबह विशाल शर्मा ने दम तोड़ दिया। इसी बीच पुलिस ने मृतक युवक की मां विमला देवी की तहरीर पर नामजद युवकों के खिलाफ धारा 307/34 के तहत मुकदमा दर्ज कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए उन्हें जेल भेज दिया है।
वहीं आज विशाल शर्मा की मौत की खबर सुनते ही परिजनों में कोहराम मच गया। हर कोई पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए उनके घर पहुंचने लगा। जैसे ही देर शाम विशाल शर्मा का शव लालकुआँ पहुंचा ही था की लोगों की भारी भीड़ कोतवाली गेट पर एकत्रित हो गई। इस दौरान शव को देख परिजनों में चीख पुकार मच गई। जिसके बाद गुस्साए परिजनों और क्षेत्रवासियों ने कोतवाली गेट के बाहर धरना प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। वहीं मौके पर मौजूद कोतवाल डीआर वर्मा सहित अन्य पुलिसकर्मियों ने प्रर्दशनकारियों को समझाने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने किसी की बात नहीं मानी। इधर मामला बढ़ता देख धीरे धीरे भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। लगभग एक घंटे तक चला धरना बामुश्किल पुलिस के अश्वासन दिए जाने पर समाप्त हुआ।
इधर परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाए कि घटना के तुरंत बाद दी तहरीर पर पुलिस ने 323/504/ और 506 की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। वहीं परिजनों का आरोप है कि तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ 307 की बजाए 323/504 और 506 की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जो कहीं ना कहीं पुलिस की लापरवाही को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि बाद में मामला बढ़ता देख पुलिस ने घटना के तीन दिन बाद को आरोपियों को धारा 307/34 के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उन्होंने कहा कि मामले में भले ही पुलिस ने तीन नामजद युवाओं को तो गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है लेकिन मामले में कई अन्य आरोपी और भी हैं जो इस घटना में शामिल थे।इधर पुलिस ने परिजनों को अश्वासन दिया है कि उनकी तहरीर के आधार पर पुलिस ने नामजद तीनों युवाओं पर 307 सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है तथा मामले की जांच की जा रही है। साथ ही मुकदमे में 302 की धारा बढ़ाई जाएगी और जांच में अन्य लोगों के नाम प्रकाश में आयेगें तो उनकी भी गिरफ्तारी की जाएगी। पुलिस ने कहा कि घटना में शामिल किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।