10 सितंबर को धूमधाम से मनाई जाएगी भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत की जयंती, भव्य तैयारियां शुरू

Join WhatsApp Group
ख़बर शेयर करें

10 सितंबर को धूमधाम से मनाई जाएगी भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत की जयंती, भव्य तैयारियां शुरू

हल्द्वानी। उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत की 137वीं जयंती 10 सितंबर को बड़ी ही धूमधाम से पूरे उत्तराखंड में मनाई जाएगी। जिसके लिए भव्य रूप से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।

भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत जयंती के मुख्य संयोजक पूर्व दर्जा राज्य मंत्री गोपाल सिंह रावत ने बताया कि पंडित गोविंद बल्लभ पंत की जयंती को भव्य मनाया जाने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई हैं। तैयारियों के लिए दिल्ली से आई टीम जगह-जगह बैठकर रूपरेखा तैयार कर रही है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के अलग-अलग जगहों में पंडित गोविंद बल्लभ पंत समिति के लोगों द्वारा धूमधाम से जयंती मनाई जाएगी। इस अवसर पर कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा।

यह भी पढ़ें 👉  यहां पोस्टमार्टम के बाद भी जिंदा हुआ मृतक, चिता पर चलने लगी सांसें, कई डॉक्टर सस्पेंड

श्री रावत ने बताया कि नैनीताल के पंत पार्क और हल्द्वानी के तिकोनिया स्थित पंत पार्क में इस बार जयंती को भव्य मनाया जाने का कार्यक्रम है। जिसके लिए मुख्य अतिथियों के लिए आमंत्रण पत्र भी भेजे जा रहे हैं।

यह भी पढ़ें 👉  एसएसपी के बंगले पर तैनात सिपाही ने खुद को गोली मारकर कर ली आत्महत्या, यहां का निवासी था 37 वर्षीय अमित

इस मौके पर भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत जयंती के दिल्ली प्रभारी राजेश कुमार, प्रदेश संयोजक ललित भट्ट, सदस्य संयोजक गोविंद डंगवाल, वीरेंद्र बोरा, महेश जोशी, महेश पनेरु इत्यादि मौजूद थे।

पंडित गोविंद बल्लभ पंत प्रसिद्ध स्वतन्त्रता सेनानी और वरिष्ठ भारतीय राजनेता थे। वे उत्तर प्रदेश राज्य के प्रथम मुख्यमन्त्री और देश के गृहमन्त्री भी रहे। पंडित गोविंद बल्लभ पंत का जन्म 10 सितंबर, 1887 को उत्तराखंड के अल्मोड़ा में हुआ था। सन 1957 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया। गृहमन्त्री के रूप में उनका मुख्य योगदान भारत को भाषा के अनुसार राज्यों में विभक्त करना तथा हिन्दी को भारत की राजभाषा के रूप में प्रतिष्ठित करना था।75 वर्ष की उम्र में 7 मार्च 1961 को पंडित गोविंद बल्लभ का हृदय गति रूकने से दिल्ली में निधन हो गया था। पंडित गोविंद बल्लभ पंत के योगदान को पूरा देश आज भी याद करता है। यही कारण है कि भारत रत्न गोविंद बल्लभ पंत की हर साल जयंती और पुण्यतिथि भव्य रूप से मनाई जाती है।